State News (राज्य कृषि समाचार)

बेमौसम बारिश से प्याज़ उत्पादक किसान हुए निराश

Share

02 मई 2023, इंदौर(कृषक जगत): बेमौसम बारिश से प्याज़ उत्पादक किसान हुए निराश – प्रदेश में जारी बेमौसम बारिश से प्याज़ उत्पादक किसान परेशान हैं। लगातार बारिश से खेत में खड़ी फसल जहाँ ज़मीन में सड़ रही है, तो वहीं निकली हुई प्याज़ खेत में बारिश से भीग रही है। इससे किसानों का नुकसान होना तय है। प्याज़ की गुणवत्ता खराब होने से उचित कीमत नहीं मिलेगी इससे किसान निराश हैं। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार से फसलों का तत्काल सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।

इस संबंध में ग्राम कड़ोदा (गौतमपुरा ) के श्री कान्हा पिता कमल सिंह पटेल ने कृषक जगत को बताया कि दो एकड़ में प्याज की फसल लगाई थी जिसमें से एक एकड़ की फसल निकाल ली , लेकिन बाकी बची फसल निकालने से पहले हुई आकस्मिक बारिश से यह फसल ख़राब हो गई है। जो फसल निकालना बाकी थी ,उसके पत्ते सड़ने लग गए और ज़मीन में नमी बढ़ने से सड़ रही है, जबकि जो फसल निकल चुकी है वह खेत में भीगने से खराब हो गई। करीब 70 % फसल का नुकसान हुआ है। प्याज़ का रंग और गुणवत्ता खराब होने से मंडी में भाव भी 3 -4 रु किलो से अधिक नहीं मिलेगा। अन्य किसान श्री रामकरण चौहान,श्री रोहित चौहान और श्री शिवनारायण चौहान की भी प्याज़ की फसल खराब हुई है। ग्राम बडोड़ापंथ के श्री चंदन सिंह बड़वाया ने बताया कि करीब 4 बीघे में प्याज़ लगाई थी। फसल निकल ही रही थी कि अचानक बारिश होने से खेत में खुले में पड़ी प्याज़ की फसल खराब हो गई । मौसम अभी भी साफ नहीं है। बारिश के अंदेशे में फसल को बचाने के लिए बरसाती ढंकी तो हवा नहीं लगने से अंदर भी फसल खराब हो रही है। प्याज़ फसल में अब तक करीब 60 हज़ार से अधिक की लागत लग चुकी है। शेष फसल को निकालने की मजदूरी भी अलग से लगेगी। जबकि फसल की किस्म खराब होने से उचित कीमत नहीं मिलना तय है। ऐसे में करीब एक लाख रु का नुकसान होगा।

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता श्री बबलू जाधव ने कृषक जगत को बताया कि पिछले दो दिनों से लगातार इंदौर जिले में हो रही बारिश और ओलावृष्टि से प्याज की फसल को भारी नुकसान हुआ है। खेतों के अंदर ही प्याज सड़ने लगा है तथा किसानों को गेहूं के बाद अब प्याज भी रुला रहा है। ऐसे में सरकार से मांग की है कि वह तत्काल फसलों का सर्वे कराकर किसानों को आरबीसी 6 /4 के तहत मुआवजा दे।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्राम )

Share
Advertisements