इंदौर जिले में 2 लाख से अधिक पशुओं का उपचार किया गया
21 जनवरी 2025, इंदौर: इंदौर जिले में 2 लाख से अधिक पशुओं का उपचार किया गया – इंदौर जिले में पशु चिकित्सा विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में पशुओं का नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। साथ ही नस्ल सुधार के लिए गर्भाधान भी कराया जा रहा है। निकृष्ट सांड़ों का बधियाकरण, पशुओं का उपचार, टीकाकरण कार्य भी किये जा रहे हैं। साथ ही दूर-दराज क्षेत्रों में पशु स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किये जा रहे हैं।
बताया गया कि पशुओं के प्रजनन स्वास्थ्य, पोषण और उनके कल्याण के संबंध में विगत वर्ष 2 लाख 79 हजार 592 पशुओं का उपचार किया गया है। 2 लाख 57 हजार 786 पशुओं को औषधियों का वितरण किया गया है। 6 लाख 32 हजार 696 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। 16 हजार 944 पशुओं का बधियाकरण किया गया है। गलघोटू रोग के 44 हजार 342, एकटंगिया रोग के 6 हजार 309, एफ.एम.डी. रोग के 3 लाख 64 हजार 999 तथा अन्य रोगों के 2 लाख 17 हजार 46 टीके लगाये गए। पशुओं का आयोजित शिविरों में उपचार कर लाभान्वित किया गया।
इसी प्रकार नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भाधान योजना के अंतर्गत 40 हजार 789 गायों तथा 36 हजार 986 भैंसों का भी कृत्रिम गर्भाधान करवाया गया है। कृत्रिम गर्भाधान से वत्सोत्पादन योजना के अंतर्गत 17 हजार 835 गायों, 11 हजार 639 भैंस का कृत्रिम गर्भाधान से वत्स उत्पादन किया गया है।
शासन की अन्य योजनाएं भी संचालित की जा रही हैं, जिसमें आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना के अंतर्गत रुपये 36.92 लाख व्यय कर 26 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। समुन्नत पशु प्रजनन कार्यक्रम योजना के अंतर्गत 4.50 लाख रुपये व्यय कर 10 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। बकरी पालन इकाई (10+1) योजना में 2.02 लाख रुपये व्यय कर 5 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। इसी प्रकार अनुदान पर कड़कनाथ इकाई का प्रदाय योजना में 1.98 लाख रुपये का व्यय कर 60 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया तथा कुक्कुट पालन (बैक यार्ड) योजना में 0.75 लाख रुपये का व्यय कर 45 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है।
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