मध्य प्रदेश की कृषि मंडियों को आदर्श बनाएं: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री ने की कृषि विभाग की समीक्षा
17 मई 2025, भोपाल: मध्य प्रदेश की कृषि मंडियों को आदर्श बनाएं : मुख्यमंत्री डॉ. यादव –
मध्य प्रदेश की मंडियों को आदर्श बनाने के लिए मुख्यमंत्री की पहल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश की मंडियों के प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मंडियों की व्यवस्थाओं को और भी बेहतर बनाने के लिए विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों से आकस्मिक निरीक्षण कराया जाए। मुख्यमंत्री ने नई जरूरतों के मुताबिक अलग-अलग मंडियों की स्थापना पर विचार करने की बात कही है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव बीते सप्ताह मंत्रालय में कृषि विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में कृषि मंत्री श्री एदल सिंह कंषाना, मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव सहकारिता श्री अशोक बर्णवाल, सचिव कृषि श्री एम. सेल्वेन्द्रम सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
नई मंडियों की स्थापना के लिए रोडमैप तैयार करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि उपज मंडी के अलावा फल व सब्जी मंडी, मसाला मंडी या अन्य विशेष पैदावार की मंडी स्थापना के लिए भी प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि मंडियों का फसलवार मॉडल तैयार किया जाए और यदि आवश्यकता है तो इसमें प्रायवेट सेक्टर को भी शामिल करें ।
मंडियों में किसानों को सुविधाएं मिलें
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडियों में जारी वर्तमान व्यवस्थाओं का समुचित तरीके से किसानों के हित में प्रबंधन किया जाए। मंडी शुल्क से किसानों की कल्याण गतिविधियों पर फोकस किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कृषि उपज मंडियों को आदर्श बनाया जाए और मंडियों में कृषि आधारित सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित हों।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मंडियों में किसानों को फसल बेचने में किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। मंडी में फसल बेचने वाले हर किसान को उसकी उपज का सही दाम मिले । उन्होंने कहा कि मंडियों को आधुनिकताम बनाया जाए और यहां किसानों को उनके उपज में गुणवत्ता संवर्धन के बारे में भी बताया जाए।
गर्मियों की मूंग में खरपतवारनाशकों के उपयोग को करें हतोत्साहित
स्वास्थ्य के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देने की पहल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्रीष्मकालीन मूंग में खरपतवारनाशकों के उपयोग को हतोत्साहित करने की बात कही है। उनका कहना है कि इन रसायनों के उपयोग से लोगों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया है।जैविक खेती को बढ़ावा देने से न केवल किसानों को अपनी फसलों के बेहतर दाम मिलेंगे, बल्कि यह उनके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होगा। मुख्यमंत्री की इस पहल से प्रदेश में जैविक खेती को नई दिशा मिलेगी और किसानों को स्वास्थ्यवर्धक और लाभकारी फसलें उगाने में मदद मिलेगी।( पृष्ठ 8 भी देखें )
26 से 28 मई को नरसिंहपुर में होगा कृषि समागम
बैठक में सचिव कृषि श्री एम सेल्वेंद्रन ने बताया कि आगामी 26 से मई को नरसिंहपुर में विशाल कृषि मेले का आयोजन होगा । इसमें कृषि आधारित उद्योगों के अलावा दुग्ध उत्पादन, मत्स्य, शाक-सब्जी, श्रीअन्न, उद्यानिकी, बागवानी, बीज, खाद, उर्वरक की जानकारी एवं उन्नत कृषि उपकरणों का प्रदर्शन होगा । उन्होंने बताया कि 8 से 10 जून 2025 तक सतना में भी कृषक सम्मेलन व मेले का आयोजन प्रस्तावित है।
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