खाद-बीज वितरण व्यवस्था को सुगम और पारदर्शी बनाएं – केंद्रीय कृषि मंत्री
22 अक्टूबर 2025, सीहोर: खाद-बीज वितरण व्यवस्था को सुगम और पारदर्शी बनाएं – केंद्रीय कृषि मंत्री – केन्द्रीय कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक आयोजित कर खाद-बीज वितरण व्यवस्था को और अधिक सुगम, सुविधाजनक और पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा हर वर्ष खाद पर सब्सिडी प्रदान की जाती है, ताकि किसानो को सस्ती दर पर खाद मिल सके। उन्होंने कहा कि खाद वितरण की व्यवस्था इस प्रकार हो कि खाद लेने के लिए किसान को न तो लाइन में लगना पड़े और न ही परेशान होना पड़े। उन्होंने कहा कि कई बार किसान खाद प्राप्ति और वितरण की ऑनलाइन प्रक्रिया से भलीभांति अवगत नहीं हो पाते, इस कारण उन्हें खाद प्राप्ति में समस्याएं आती है, इसलिए उन्हें खाद वितरण की ऑनलाइन प्रक्रिया से अवगत कराया जाए।
केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान ने जिले में अब तक की खाद आपूर्ति और वितरण के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यदि खाद की आवश्यकता है तो राज्य सरकार के माध्यम से मांग केंद्र को भेजी जाए। इसके साथ ही मीडिया के माध्यम से किसानों को प्रतिदिन की खाद की उपलब्धता की जानकारी दी जाए। ताकि किसानों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि खाद आने के पश्चात ऑनलाइन व्यवस्था के माध्यम से प्राप्त होने वाली जानकारी जिले के संबंधित विभागों को त्वरित रूप से प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि नकली दवा व खाद का विक्रय जिले में ना हो इसके लिए सतत निरीक्षण किया जाए और सैंपल संकलित किए जाए। इसके साथ ही नकली खाद बेचने वालों, अवैध भंडारण एवं परिवहन करने वालों, कालाबाजारी करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि किसानो को नैनो यूरिया लेने के लिए प्रेरित किया जाए। इसके साथ ही किसानों को चना और मसूर की बुवाई के लिए प्रेरित किया जाए ताकि जिले में चना और मसूर का रकबा बढ़ाया जा सके।
बैठक में केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभ से कोई किसान वंचित न रहें। सभी किसानों का बीमा हो, इस ओर विशेष ध्यान दिया जाए। बीमा कंपनी के ऑनलाइन सर्वे के साथ-साथ नुकसान का आंकलन क्रॉप कटिंग के माध्यम से किया जाए। बैठक में राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा ने ध्यान आकृष्ट किया कि पीएम फसल बीमा की लिस्ट में इछावर जनपद के किसानों का नाम नहीं है। इस संबंध में केंद्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान ने संबंधित अधिकारियों को कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसलों को नुकसान होता है और यदि वे 72 घंटे के भीतर इसकी सूचना नहीं दे पाते हैं, तो ऐसे किसानों को भी फसल बीमा का लाभ दिलाने की कार्यवाही की जाए। इसी प्रकार भैरूंदा जनपद के ग्राम झकलाय में कुछ किसानों की सोयाबीन की फसल बीमा सर्वे से छूट जाने की जानकारी मिलने पर उन्होंने भैरूंदा एसडीएम को कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने बैठक की शुरुआत में पीपीटी के माध्यम से जिले में खाद-बीज वितरण, फसल बीमा एवं राहत राशि वितरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में कलेक्टर श्री बालगुरू के. द्वारा डिजिटल क्राप सर्वेक्षण, पीएम फसल बीमा योजना अंतर्गत सोयाबीन फसल कटाई का प्रयोग, विगत वर्षो में सोयाबीन की आवक, सीहोर जिले के अंतर्गत कृषि उपज मंडियों में अब तक सोयाबीन व मॉडल भाव, सोयाबीन भावांतर भुगतान, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्राप्त शिकायतें, रबी फसल की प्रस्तावित बोनी, जिले में फसलवार बीजो की उपलब्धता, गुण नियंत्रण की प्रगति, उर्वरक भंडारण की प्रगति, साप्ताहिक उर्वरक रैक प्लान, पिछले वर्षो की तुलना में अब तक प्राप्त विभिन्न प्रकार के उर्वरक, ई-उर्वरक वितरण व्यवस्था, जिले में वितरण संघ भण्डारण केन्द्रो के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में बुधनी विधायक श्री रमाकांत भार्गव, सीहोर विधायक श्री सुदेश राय, आष्टा विधायक श्री गोपाल सिंह इंजीनियर तथा खातेगांव विधायक श्री आशीष शर्मा ने खाद-बीज वितरण एवं फसल क्षति के संबंध में ध्यान आकृष्ट कराते हुए सुझाव भी दिए।
बीज और उर्वरक व्यवस्था के संबंध में निर्देश– बैठक में जानकारी दी गई कि रबी सीजन के लिए जिले में बीज की कुल मांग 1,28,298 क्विंटल है, जिसमें से लगभग 1,15,638 क्विंटल बीज उपलब्ध कराए जा चुके हैं तथा 41,078 क्विंटल बीज वितरित किए जा चुके हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान अधिकारियों को निर्देश दिए कि बीज वितरण में पारदर्शिता रखी जाए और किसी भी किसान को बीज के लिए परेशान न होना पड़े। उर्वरक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि जिले में रबी वर्ष 2025-26 के लिए 1,63,100 मीट्रिक टन उर्वरक की मांग की गई है। इसमें 64,133 मीट्रिक टन की आपूर्ति हो चुकी है। इसमें 39,090 मीट्रिक टन उर्वरक वितरित किया जा चुका है और 25,043 मीट्रिक टन उर्वरक भंडारित है। बैठक में मंत्री श्री चौहान ने कहा कि उर्वरक की आपूर्ति और वितरण में देरी या कालाबाजारी की शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारियों द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि रबी सीजन में किसानों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। भंडारण केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज उपलब्ध रहें और समितियों की दैनिक मॉनिटरिंग की जाए।
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