मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य जहां नदियों को जोड़ने के अभियान की हुई शुरुआत
26 दिसंबर 2024, भोपाल: मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य जहां नदियों को जोड़ने के अभियान की हुई शुरुआत – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पिछले 1 वर्ष में मध्यप्रदेश में विकास कार्यों को नई गति मिली है। मध्यप्रदेश में हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं की शुरुआत हुई है। भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेई के सपने को साकार करती हुई देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना केन-बेतवा का यहाँ शिलान्यास हुआ है। इसके साथ ही देश के पहले फ्लोटिंग सोलर पावर प्रोजेक्ट, ओंकारेश्वर का भी शिलान्यास हुआ है। इसके लिए मध्यप्रदेश के “कर्मठ मुख्यमंत्री” डॉ. मोहन यादव की सरकार और यहां की जनता को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत बुंदेलखंडी बोली में करते हुए कहा, ‘वीरों की धरती ई बुंदेलखंड पे रहबे बारे सबई जनन खों हमाई तरफ से हाथ जोड़के राम-राम पौंचे’। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि देश के विकास में अटल जी का योगदान सदैव याद रखा जाएगा। वे सुशासन के प्रतीक थे। आज उनकी जन्म शताब्दी के अवसर पर उनकी स्मृति में मध्यप्रदेश में 1153 अटल ग्राम सेवा सदन का निर्माण प्रारंभ हो रहा है, जिसकी पहली किश्त भी जारी की गई है। सुशासन हमारी सरकार की पहचान है। हमारे लिए जनहित, जनकल्याण और विकास सर्वोपरि है। हम जन सामान्य के लिए समर्पित हैं। आजादी के दीवानों ने देश के लिए अपना लहू बहाया था, हम उनके सपनों को पूरा करने के लिए पसीना बहाते हैं। अच्छी योजनाओं के साथ ही उन्हें लागू करना और उनका लाभ 100% लाभार्थी तक पहुंचाना सुशासन का पैमाना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में यह दशक जल सुरक्षा और जल संरक्षण के दशक के रूप में याद किया जाएगा। देश में पिछले सात दशक में सिर्फ 3 करोड़ परिवारों के पास नल से जल पहुंचता था। हमारी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में 12 करोड़ नए परिवारों तक नल से जल पहुंचाया है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत पीने के पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए देशभर में 2100 वॉटर क्वालिटी लैब बनाए गए हैं और 25 लाख महिलाओं को शिक्षित किया गया है। शुद्ध पेयजल बीमारी से बचाव भी करता है। श्री मोदी ने कहा कि हमारा मध्यप्रदेश पर्यटन में अव्वल है। एक अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश दुनिया के 10 सबसे बड़े आकर्षक टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल है। हमारी सरकार देश-विदेश की पर्यटकों को सुविधाएं बढ़ा रही है। विदेशों के लिए ई-वीजा सुविधा प्रारंभ की गई है। G-20 की खजुराहो में हुई बैठक में एमपी टूरिज्म का प्रचार-प्रसार किया गया। देश में हेरिटेज और वाइल्डलाइफ टूरिज्म का विस्तार किया जा रहा है। इसकी मध्यप्रदेश में अभूतपूर्व संभावना है। केंद्र की स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत ईको टूरिज्म और हेरिटेज टूरिज्म का विस्तार किया जा रहा है। गांधी सागर, बाणसागर, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, सांची, खजुराहो, ग्वालियर ओरछा, चंदेरी, मांडू आदि पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। केन-बेतवा योजना की लिंक नहर के माध्यम से पन्ना टाइगर रिजर्व में पर्यटन बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
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