राज्य कृषि समाचार (State News)

खरीफ़: छत्तीसगढ़ में खाद-बीज की कमी की आशंका नहीं, लेकिन क्या ये तैयारी काफी है?

27 मई 2025, रायपुर: खरीफ़: छत्तीसगढ़ में खाद-बीज की कमी की आशंका नहीं, लेकिन क्या ये तैयारी काफी है? – छत्तीसगढ़ में खरीफ सीजन की तैयारी को लेकर कृषि विभाग ने खाद और बीज के स्टॉक को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की है. राज्य के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने सोमवार को रायपुर स्थित तेलीबांधा में आयोजित एक कार्यक्रम में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि खरीफ 2025 के लिए राज्य में रासायनिक खाद और बीज का पर्याप्त भंडारण कर लिया गया है और वितरण की प्रक्रिया भी जारी है.

कार्यक्रम के दौरान राज्य के 28 जिलों को नए बोलेरो वाहन भी सौंपे गए, जिन्हें विभागीय योजनाओं की निगरानी और किसान जागरूकता कार्यक्रमों में उपयोग किया जाएगा. मंत्री नेताम ने इन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने कहा कि यह वाहन गांव-गांव जाकर किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों और योजनाओं की जानकारी देंगे. कृषि विभाग की मंशा है कि इन वाहनों की मदद से किसानों से सीधे संवाद बढ़ाया जा सके.

खरीफ 2025 के लिए कितना खाद और बीज तैयार?

मंत्री नेताम ने जानकारी दी कि खरीफ सीजन के लिए 14.62 लाख मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. अभी तक 8.48 लाख मीट्रिक टन खाद का भंडारण किया जा चुका है, जबकि करीब 1.68 लाख मीट्रिक टन खाद का वितरण किसानों को किया गया है. यह कुल भंडारण का लगभग 20 प्रतिशत है.

राज्य में विभिन्न प्रकार की खाद की स्थिति इस प्रकार है:

  • यूरिया: 3.90 लाख मीट्रिक टन
  • डीएपी: 86,046 मीट्रिक टन
  • एनपीके: 1.14 लाख मीट्रिक टन
  • पोटाश: 67,640 मीट्रिक टन
  • सुपर फॉस्फेट: 1.89 लाख मीट्रिक टन

इनमें से अब तक किसानों को लगभग 84,661 टन यूरिया, 27,045 टन डीएपी, 18,809 टन एनपीके, 10,359 टन पोटाश और 27,381 टन सुपर फॉस्फेट वितरित किया गया है. कुल मिलाकर 6.80 लाख मीट्रिक टन खाद वर्तमान में राज्य में किसानों के लिए उपलब्ध है.

खरीफ की फसलों के लिए 4.95 लाख क्विंटल बीज की मांग को देखते हुए, विभाग ने 4.29 लाख क्विंटल बीज का भंडारण किया है. इनमें से 2.31 लाख क्विंटल बीज समितियों में जमा हैं और अब तक 47,881 क्विंटल बीज किसानों को वितरित किए जा चुके हैं.

मंत्री नेताम के मुताबिक, खाद और बीज की भंडारण और वितरण प्रक्रिया की लगातार निगरानी की जा रही है और जरूरत के अनुसार कंपनियों और संबंधित एजेंसियों से समन्वय भी किया जा रहा है ताकि आपूर्ति में कोई रुकावट न आए.

कृषि मंत्री ने बताया कि विभाग उर्वरक कंपनियों से लगातार संपर्क में है और राज्य की मांग के अनुरूप रैक आवंटन और आपूर्ति शेड्यूल पर नजर रखी जा रही है. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे खरीफ की बुवाई नजदीक आएगी, वितरण की रफ्तार और तेज की जाएगी.

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