राईजिंग राजस्थान प्री समिट: कृषि नवाचार और निवेश से मशीनीकरण और उत्पादकता में आएगी तेजी
27 अक्टूबर 2024, जयपुर: राईजिंग राजस्थान प्री समिट: कृषि नवाचार और निवेश से मशीनीकरण और उत्पादकता में आएगी तेजी – राजस्थान में कृषि क्षेत्र में निवेश और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राईजिंग राजस्थान प्री समिट का आयोजन जयपुर के होटल मैरियट में किया गया। इसमें कृषि, उद्यमिता और सरकारी अधिकारियों ने किसानों की आय बढ़ाने और कृषि में डिजिटलीकरण के महत्व पर मंथन किया। कार्यक्रम में 862 निवेशकों से 19,497 करोड़ रुपये के निवेश समझौते (एमओयू) प्राप्त हुए, जो राज्य के कृषि और संबद्ध क्षेत्रों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास है।
कृषि क्षेत्र में निवेश से मशीनीकरण को मिलेगा बढ़ावा
राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष सी.आर. चौधरी ने कहा कि राज्य में कृषि में निवेश से मशीनीकरण और उत्पादकता में वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि जोधपुर, कोटा, गंगानगर, और अलवर में फूड पार्क के विकास की योजनाएं बनाई जा रही हैं, जबकि बीकानेर में एक नया फूड पार्क स्थापित होगा।
चौधरी ने कहा कि राजस्थान, सरसों, ज्वार, और तिलहन के उत्पादन में देश में शीर्ष स्थान पर है, जबकि मिलेट्स और मूंगफली में दूसरा और सोयाबीन और चना में तीसरे स्थान पर है। उन्होंने राज्य की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में सुधार पर भी प्रकाश डाला, जो 2014 में 132 से अब 63 पर आ गई है।
सरकारी नीतियों से कृषि नवाचार को बढ़ावा
राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांशपंत ने समिट में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘प्रति बूंद अधिक फसल’ मिशन से राज्य को बड़ा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में निवेश पर जोर देते हुए राज्य सरकार ने ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट (ग्राम) को फिर से आयोजित करने की योजना बनाई है, ताकि कृषि नवाचार को बढ़ावा मिल सके।
कृषि में तकनीकी और डिजिटल समाधानों का महत्व
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि किसानों को उद्यमियों के रूप में विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने प्राकृतिक खेती को अपनाने से उर्वरक लागत में कमी और फसल विविधीकरण के जरिए स्थायी खेती के फायदों पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि डिजिटल खेती से कृषि की लागत कम होगी और उत्पादकता में सुधार आएगा।
“4P” रणनीति से किसानों की आय बढ़ाने पर जोर
राजस्थान के कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के शासन सचिव, राजन विशाल ने राज्य की कृषि नीति में “4P रणनीति” – प्रोडक्टिविटी, प्रोक्योरमेंट, प्रोसेसिंग, और पोपुलराइजेशन पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि नवीनतम तकनीकों और समाधानों को अपनाकर ही किसानों की आय दोगुनी की जा सकती है। साथ ही उन्होंने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (EoDB) और किसान सुविधा पोर्टल जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए किसानों को सरल सेवाएं प्रदान करने पर बल दिया।
डेयरी और पशुपालन में निवेश के अवसर
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के सचिव, डॉ. समित शर्मा ने कहा कि डेयरी और पशुपालन में गोबर और गोमूत्र जैसे उप-उत्पादों का इस्तेमाल नवाचार और रोजगार के नए अवसर पैदा कर सकता है। इससे सस्टेनेबल प्रैक्टिसेस को भी बढ़ावा मिलेगा।
किसानों और निवेशकों ने साझा किए अपने अनुभव
प्री समिट में 350 से अधिक निवेशकों और वक्ताओं ने हिस्सा लिया। जयपुर के प्रगतिशील किसान सुरेंद्र अवाना और जैविक खेती में पद्मश्री प्राप्त सुण्डाराम वर्मा ने अपने अनुभव और सफलता की कहानियां साझा कीं। उद्घाटन सत्र के बाद दो प्लेनरी सत्रों का आयोजन हुआ –
- किसानों की आय दोगुनी करने के लिए खाद्य प्रसंस्करण और संबद्ध क्षेत्रों को बढ़ावा देना
- कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में तकनीकी नवाचार और डिजिटल परिवर्तन पर विचार-विमर्श
दिसंबर में होगी राईजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट
राईजिंग राजस्थान समिट का मुख्य आयोजन 9-11 दिसंबर 2024 को जयपुर में होगा। इस समिट का आयोजन राजस्थान सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (BIP) और RIICO के सहयोग से किया जा रहा है। इसका उद्देश्य राज्य में निवेश आकर्षित कर रोजगार के नए अवसर पैदा करना है।
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