विदिशा में खरीफ फसलें चौपट, असरहीन दवाओं की जांच के लिए खेतों में पहुंचा वैज्ञानिक दल
19 अगस्त 2025, विदिशा: विदिशा में खरीफ फसलें चौपट, असरहीन दवाओं की जांच के लिए खेतों में पहुंचा वैज्ञानिक दल – असामयिक वर्षा और असरहीन रासायनिक दवाओं के प्रयोग से खरीफ फसलें बर्बाद होने की शिकायतें सामने आने के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर सोमवार को केंद्रीय और राज्य स्तरीय वैज्ञानिकों की सात सदस्यीय टीम ने विदिशा जिले के प्रभावित गांवों का दौरा किया। वैज्ञानिक दल ने खेतों में जाकर फसलों की स्थिति देखी और किसानों से सीधे संवाद कर नुकसान का आंकलन किया।
किसानों को दिलाया भरोसा
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिनों प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर किसानों से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा था कि नकली या असरहीन दवाएं बेचने वाली कंपनियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही केंद्रीय वैज्ञानिक दल भेजकर फसल नुकसान के वास्तविक कारणों का आंकलन कराने का आश्वासन भी दिया था।
गांव-गांव पहुंचे वैज्ञानिक
सोमवार को वैज्ञानिक दल ने छीरखेड़ा और सेमरा गांवों में जाकर किसानों के खेतों का निरीक्षण किया। यहां सोयाबीन और अन्य खरीफ फसलों में हुई क्षति को नजदीक से देखा गया। किसानों ने बताया कि बारिश के बाद दवा छिड़काव करने के बावजूद फसल पर असर नहीं हुआ और पौधे सूखने लगे।
विधायक ने कहा– हर किसान की समस्या दर्ज हो
विदिशा विधायक मुकेश टंडन ने वैज्ञानिकों से कहा कि वे हर प्रभावित किसान के खेत में जाकर वस्तुस्थिति देखें और अपनी रिपोर्ट में विस्तार से उल्लेख करें। उन्होंने ग्राम छीरखेड़ा में किसानों भगवान सिंह और उधम सिंह के खेतों में वैज्ञानिकों को लेकर जाकर फसल की क्षति का जायजा लिया।
राहत के लिए कदम
विधायक ने आश्वस्त किया कि सरकार किसानों को राहत दिलाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि असरहीन और नकली दवाओं के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में किसानों को ऐसी परेशानी न उठानी पड़े।
वैज्ञानिक दल में अटारी ICAR जोन 9 जबलपुर के डायरेक्टर डॉ. एस.आर.के. सिंह, डीडब्ल्यूआर जबलपुर के डायरेक्टर डॉ. जे.एस. मिश्रा, रायसेन से डॉ. स्वप्निल दुबे, इंदौर से डॉ. अरुण शुक्ला, एनआईएसआर इंदौर से डॉ. संजीव कुमार, आईआईएसएस भोपाल से डॉ. प्रभात त्रिपाठी और डॉ. बी.पी. मीना शामिल थे।
किसानों की समस्याएं सुनी गईं
निरीक्षण के दौरान किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के उप संचालक के.एस. खपड़िया सहित अन्य अधिकारी और खंड स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे। किसानों ने मौके पर अपनी समस्याएं साझा की और त्वरित राहत की मांग रखी।
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