कलश सीड्स का विक्रेता सम्मेलन एवं लकी ड्रॉ सम्पन्न
8 अक्टूबर 2021, इंदौर । कलश सीड्स का विक्रेता सम्मेलन एवं लकी ड्रॉ सम्पन्न – सुप्रसिद्ध बीज कम्पनी कलश सीड्स प्रा. लि. का मध्यप्रदेश/ छत्तीसगढ़ के विक्रेेताओं का सम्मेलन गत दिनों इंदौर में सम्पन्न हुआ। इस आयोजन में कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री समीर अग्रवाल, वाइस प्रेसिडेंट श्री चिराग भट्ट, जोनल सेल्स मैनेजर श्री सचिन मिश्रा, जनरल मैनेजर श्री राहुल गुर्जर, डिप्टी रीजनल मैनेजर श्री डीके पाराशर, वैज्ञानिक डॉ. प्रशांत फिरके, मप्र के वितरक श्री महेश पटवारी और छत्तीसगढ़ के वितरक श्री दिलीप छाबडिय़ा सहित बड़ी संख्या में मप्र/छग के विक्रेता शामिल हुए। इस आयोजन में पूर्व मंत्री श्री जीतू पटवारी विशेष रूप से उपस्थित थे।
श्री अग्रवाल ने कहा कि देश का किसान मुस्कुराएगा तो राष्ट्र प्रगति करेगा। कलश सीड्स के 25 वर्षीय सफर में आए उतार -चढ़ाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि किसानों को अच्छा उत्पाद प्राप्त हो। बढ़ती जनसंख्या और घटती जमीन के बीच हाइब्रिड बीज लगाकर ज़्यादा उत्पादन लेना होगा। उन्होंने कहा कि कम्पनी ने देश के अलावा विदेशों में भी अनुसंधान एवं विकास फार्म स्थापित किए हैं और 50 से अधिक देशों में सब्जी बीजों का निर्यात कर रही है। वाइस प्रेसिडेंट श्री चिराग भट्ट ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में व्यवसाय के शिखर पर रहने के लिए पांच ‘पी’ का ध्यान रखना जरूरी है। ये हैं -प्रोडक्ट , प्राइस, प्रॉफिट, पॉलिसी और प्रेस्टीज। श्री भट्ट ने कहा कि अच्छे उत्पाद को उचित दाम पर कम मुनाफे पर बेचकर अपने संस्थान की प्रतिष्ठा में वृद्धि की नीति होनी चाहिए।
श्री सचिन मिश्रा ने खरीफ प्याज की किस्मों केएसपी 1494, केएसपी 1495, रबी की प्याज़ किस्म केएसपी 1397, तरबूज किस्म कैंडी, मिर्च किस्म सुरभि और तलवार के अलावा आने वाली किस्मों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। समागम को डॉ. फिरके, श्री राहुल गुर्जर, श्री डीके पाराशर, श्री दिलीप छाबडिय़ा और मप्र के पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री और राऊ विधायक श्री जीतू पटवारी ने भी सम्बोधित किया। श्री महेश पटवारी ने कहा कि किसानों के बीच कलश सीड्स के उत्पाद विश्वास का प्रतीक बन गए हैं। अंत में कम्पनी द्वारा डीलर्स के लिए वर्ष 2019-20 और 2020-21 के लिए लकी ड्रॉ के पुरस्कार भी वितरित किए गए। आभार प्रदर्शन पटवारी एग्रो एजेंसी के श्री सोहन पटवारी ने किया।