राज्य कृषि समाचार (State News)

शिप्रा में जारी अनिश्चितकालीन धरना समाप्त, दोनों पक्ष में बनी सहमति

कोल्ड स्टोरेज में आलू खराब होने का मामला

7 अक्टूबर 2021, इंदौर ।  शिप्रा में जारी अनिश्चितकालीन धरना समाप्त, दोनों पक्ष में बनी सहमति –  ग्राम अर्जुन बड़ोदा स्थित झंवर कोल्ड स्टोरेज में करीब 550 किसानों के एक लाख से अधिक आलू के कट्टे तापमान नियंत्रित नहीं किए जाने से खराब हो गए थे, जिसका मुआवजा किसानों ने माँगा था, लेकिन संबंधित कोल्ड स्टोर द्वारा मना करने पर पीड़ित किसान, भारतीय किसान संघ तहसील सांवेर के बैनर तले  शिप्रा टप्पा कार्यालय के सामने 3 दिन से अनिश्चितकालीन धरना दे रहे थे।  इस मामले में दोनों पक्ष में सहमति बनने के बाद कल देर रात अनिश्चितकालीन धरना समाप्त कर दिया गया। इसकी घोषणा सांवेर तहसील अध्यक्ष श्री महेश राठौड़ ने की।

उल्लेखनीय है कि इस मामले में प्रशासन की ओर से  एसडीएम  श्री रवीश श्रीवास्तव, तहसीलदार  श्रीब्रह्मस्वरूप  श्रीवास्तव ,डीएसपी क्राइम ब्रांच श्रीअनिल  चौहान,उद्यानिकी विभाग के अधिकारी, भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी, मालवा प्रांत अध्यक्ष  श्री रामप्रसाद सूर्या, जिला अध्यक्ष श्री कृष्णपालसिंह राठौड़, जिला मंत्री श्रीधर्मेंद्र चौधरी, जिला कोषाध्यक्ष श्री सुनील राठौड़  तहसील अध्यक्ष श्री महेश राठौड़ ,तहसील मंत्री श्री सिंगाराम  चौधरी की उपस्थिति में क्षेत्र के किसानों तथा झंवर कोल्ड स्टोर के प्रतिनिधि के बीच 5 घंटे तक चर्चाओं का दौर चला उसके बाद सभी के बीच यह समझौता हुआ।

यह हुआ समझौता  –  समझौते के अनुसार  आलू का कोल्ड स्टोर का भाड़ा  तथा हम्माली  किसान को वहन करनी पड़ेगी और स्टोर मालिक को कंपनियों के उच्च गुणवत्ता वाले आलू बीज का 24 रु किलो, जिस किसान का पंजाब का आलू बीज था उसका ₹14 किलो,  चिप्स के आलू,  लोकल आलू बीज , और राशन का आलू ₹8 किलो, राशन का गुल्ला ₹5 किलो ,राशन की छर्री 3 रुपए किलो की दर से  किसान को देना होगा। यदि किसी किसान का माल 50% खराब  हो गया है और उसमें किसान की सहमति है, तो वहां छंटाई  करके किसान ले जाना चाहे तो छंटाई  करके ले जा सकता है। छंटाई खर्च स्टोर मालिक को देना होगा । बाकी का 50% आलू खराब होने की राशि  किसान को स्टोर मालिक देगा ।  किसान को राशि  प्रशासन के माध्यम से तीन किस्तों में चेक के माध्यम से  दिलाई जाएग। बाकी कुछ खराब माल स्टोर मालिक  छंटाई  करके किसानों के माध्यम से मंडी में  बेच कर बाकी का भाव अंतर किसान को देगा ।  यह सारा कार्य प्रशासन के अधिकारी ,उद्यानिकी  के अधिकारी और भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि की निगरानी में होगा।  यह सहमति भारतीय किसान संघ के बैनर तले क्षेत्र के किसानों ने 3 दिन धरना दिया  तब जाकर बनी। इसमें किसान संघ के सभी पदाधिकारियों ने सहयोग किया। इसको लेकर प्रशासन ने भी स्टोर मालिक पर ठोस कार्रवाई की थी। धारा 407 के अंतर्गत प्रकरण  तथा स्टोर मालिक का 4500 क्विंटल काबुली चना तथा 1560 क्विंटल सोयालेसिथिन जप्त किया गया था ।

आलू की उन्नत खेती

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