मध्य प्रदेश के वन क्षेत्र में बढ़ोत्री
22 फरवरी 2021, भोपाल । प्रदेश के वन क्षेत्र में बढ़ोत्री – मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में अति सघन वन क्षेत्र में 2437 वर्ग किलोमीटर अर्थात 2 लाख 43 हजार 700 हेक्टेयर की वृद्धि होने पर वन समितियों और वन विभाग के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह मध्य प्रदेश के लिये बड़ी उपलब्धि है। भारतीय वन सर्वेक्षण 2019 की रिर्पाट में यह तथ्य प्रदर्शित किए गए हैं। भारतीय वन सर्वेक्षण के अनुसार वर्ष 2005 में प्रदेश में अति सघन वन क्षेत्र 4239 वर्ग किलोमीटर था, जो 2019 में बढ़ कर 6676 वर्ग किलोमीटर अर्थात 6 लाख 67 हजार 600 हेक्टेयर हो गया है। मुख्यमंत्री मंत्रालय में वन विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
बैठक में वन मंत्री कुंवर विजय शाह, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव वन श्री अशोक वर्णवाल, वन सचिव श्री अजय यादव, मुख्यमंत्री के सचिव श्री एम. सेलवेन्द्रन तथा वन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
लघु वनोपजों का न्यूनतम समर्थन मूल्य
प्रदेश में 32 लघु वनोपजों का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर दिया गया है। समर्थन मूल्य की जानकारी ग्रामीणों को दी जा रही है।
लघु वनोपज प्रजातियों का रोपण बढ़ेगा
लघु वनोपज का संवहनीय प्रबंधन के तहत विभागीय वृक्षारोपण में लघु वनोपज प्रजातियों के रोपण को 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत किया जायेगा।बैठक में बताया गया कि 86 वन-धन केन्द्रों के माध्यम से लघु वनोपज के मूल्य संवर्धन एवं विपणन से 25 हजार हितग्राहियों को वर्ष भर रोजगार देने का लक्ष्य है।
होशंगाबाद जिले का नाम अब नर्मदापुरम होगा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पुण्य सलिला माँ नर्मदा के तटों तथा उनके तट पर बसे नगरों का विकास प्राकृतिक रूप से किया जाएगा, वहाँ हम सीमेंट कंक्रीट के जंगल नहीं बनने देंगे। साथ ही नर्मदा जल की स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। होशंगाबाद जिले का नाम अब नर्मदापुरम होगा