किसानों के लिए खुशखबरी: अब ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और ड्रोन मिलेंगे किराए पर, सब्सिडी भी देगी सरकार
07 अगस्त 2025, भोपाल: किसानों के लिए खुशखबरी: अब ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और ड्रोन मिलेंगे किराए पर, सब्सिडी भी देगी सरकार – हार सरकार किसानों को खेती में आधुनिक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए एक नई योजना लेकर आई है। “कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26” के तहत राज्य भर में 267 कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC) स्थापित किए जाएंगे। इन केंद्रों के ज़रिए किसान अब ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, पावर टिलर, ड्रोन स्प्रेयर जैसे आधुनिक कृषि उपकरण किराए पर ले सकेंगे। इससे उन्हें न सिर्फ़ खेती के कामों में सहूलियत मिलेगी, बल्कि लागत में भी कमी आएगी।
क्या होता है कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC)?
कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC) ऐसा केंद्र होता है जहां से किसान कृषि यंत्र किराए पर ले सकते हैं। जो किसान खुद अपने संसाधनों से ट्रैक्टर या हार्वेस्टर नहीं खरीद सकते, उनके लिए यह एक बेहद फायदेमंद सुविधा है। इन केंद्रों के माध्यम से खेती के बड़े काम जैसे जुताई, बुआई, कटाई, स्प्रे आदि आधुनिक यंत्रों से आसानी से हो सकेंगे।
सरकार देगी 40% तक अनुदान
इस योजना के तहत प्रत्येक कस्टम हायरिंग सेंटर के लिए 10 लाख रुपये तक का बजट तय किया गया है। इस पर राज्य सरकार की ओर से 40% तक अनुदान (सब्सिडी) दिया जाएगा, यानी किसानों को अधिकतम 4 लाख रुपये तक की सीधी आर्थिक मदद मिलेगी। योजना के तहत कुल 1078.750 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इससे ज़्यादा से ज़्यादा किसानों को खेती में आधुनिक संसाधनों का लाभ मिलेगा।
छोटे किसानों को होगा बड़ा लाभ
जिन किसानों के पास खुद का ट्रैक्टर या अन्य यंत्र नहीं हैं, वे अब CHC केंद्र से जरूरत के हिसाब से उपकरण लेकर अपने खेतों में इस्तेमाल कर सकेंगे। इससे न सिर्फ़ उनकी उत्पादन लागत घटेगी, बल्कि समय पर खेती होने से उत्पादकता में भी इज़ाफा होगा। बीज बोने से लेकर कटाई तक के हर चरण में आधुनिक उपकरणों से काम करना अब आसान हो जाएगा।
कैसे पाएं योजना का लाभ?
यदि कोई किसान इस योजना से जुड़ना चाहता है या जानकारी लेना चाहता है, तो वह किसान कॉल सेंटर – 1800-180-1551 पर संपर्क कर सकता है। कॉल करने का समय सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक रखा गया है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: