छत्तीसगढ़ किसानों की खुशखबरी! सहकारी समितियों में 1 लाख बॉटल नैनो डीएपी का किया जा रहा भंडारण
09 जुलाई 2025, भोपाल: छत्तीसगढ़ किसानों की खुशखबरी! सहकारी समितियों में 1 लाख बॉटल नैनो डीएपी का किया जा रहा भंडारण – छत्तीसगढ़ सरकार ने खरीफ सीजन 2025 के लिए किसानों को समय पर और पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध कराने की पूरी तैयारी कर ली है। रासायनिक उर्वरकों की मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार भंडारण, आपूर्ति और वितरण व्यवस्था पर लगातार निगरानी रख रही है। खास बात यह है कि राज्य की सहकारी समितियों में 1 लाख बॉटल नैनो डीएपी का भंडारण किया जा रहा है, जिससे 25 हजार मीट्रिक टन पारंपरिक डीएपी की आवश्यकता की पूर्ति हो सकेगी।
12.27 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का भंडारण
अब तक राज्य में 12.27 लाख मीट्रिक टन विभिन्न उर्वरकों का भंडारण किया जा चुका है। इसमें यूरिया, डीएपी, एनपीके, सुपर फास्फेट और पोटाश शामिल हैं। इससे किसानों को समय पर खाद उपलब्ध हो पाएगी।
डीएपी की आपूर्ति में राष्ट्रीय स्तर पर आई कमी को देखते हुए राज्य सरकार ने समय रहते एनपीके, सुपर फास्फेट और नैनो डीएपी जैसे वैकल्पिक उर्वरकों को उपलब्ध कराया है। इससे किसानों को फॉस्फेट की पूर्ति में कोई समस्या नहीं आएगी।
उर्वरक वितरण लक्ष्य में बढ़ोतरी
पहले कुल 14.62 लाख मीट्रिक टन उर्वरक वितरण का लक्ष्य तय किया गया था, जिसे बढ़ाकर अब 17.18 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया है। एनपीके और सुपर फास्फेट के लक्ष्य में विशेष रूप से बढ़ोतरी की गई है।
जुलाई में 2.33 लाख मीट्रिक टन उर्वरक की आपूर्ति का प्लान
जुलाई माह में राज्य को कुल 2.33 लाख मीट्रिक टन उर्वरक प्राप्त होगा। इसमें शामिल हैं:
1. यूरिया: 1.25 लाख टन
2. डीएपी: 48,850 टन
3. एनपीके: 34,380 टन
4. पोटाश: 10,000 टन
5. सुपर फास्फेट: 76,000 टन
नैनो डीएपी को भी बढ़ावा
सरकार ने सहकारी क्षेत्र में 1 लाख बॉटल नैनो डीएपी का भंडारण करने का निर्णय लिया है, जिससे 25 हजार मीट्रिक टन पारंपरिक डीएपी की आवश्यकता की पूर्ति हो सकेगी।
किसानों को जागरूक करने की पहल
राज्य सरकार द्वारा अप्रैल माह से ही पोस्टर, पैम्पलेट और कृषि संकल्प अभियान के माध्यम से किसानों को वैकल्पिक उर्वरकों के वैज्ञानिक उपयोग की जानकारी दी जा रही है। कृषि वैज्ञानिक और विभागीय अधिकारी किसानों को प्रशिक्षण दे रहे हैं कि कैसे एनपीके, सुपर फास्फेट और नैनो डीएपी का उपयोग किया जाए।
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