गांव में 10 घंटे बिजली तो दो
4000 करोड़ की मूंग को चाहिए पानी : श्री पटेल
12 मई 2022, हरदा/भोपाल । गांव में 10 घंटे बिजली तो दो – प्रदेश में बिजली की अघोषित कटौती को लेकर मूंग फसल लेने वाले किसान परेशान हैं। वर्तमान में मूंग फसल को पानी की आवश्यकता है और पानी तभी मिलेगा जब गांव में 10 से 12 घंटे बिजली उपलब्ध होगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में ठीक ऐसे समय किसानों को बिजली नहीं मिल रही है जब मूंग की फसल में सिंचाई की जरूरत है। इसे लेकर किसानों में आक्रोश है। यह आक्रोश गत दिनों प्रदेश के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से साझा करते हुए सीधे कहा कि कटौती बंद करो, किसान निपट जाएगा तो हमें भी निपटा देगा। गांवों में कम से कम दस घंटे बिजली तो दो।
कृषि मंत्री ने ऊर्जा मंत्री से मोबाइल पर चर्चा करते हुए कहा कि अकेले हरदा एवं नर्मदापुरम में 4000 करोड़ रुपये की मूंग लगी है। बिजली कटौती बंद नहीं हुई तो सिंचाई नहीं हो पाने पर दोनों जिलों में फसल को भारी नुकसान होगा। कम से कम 10 घंटे तो बिजली किसानों को दी जाए। इसके बाद ऊर्जा मंत्री ने कटौती बंद करने का आश्वासन दिया। कृषि मंत्री हरदा जिले के ग्राम नांदरा व गोयत भी पहुंचे और मूंग फसल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्युत कंपनी के एमडी से भी मोबाइल पर चर्चा कर बिजली कटौती बंद करने को कहा।
श्री पटेल ने कहा कि इस समय प्रदेश में मूंग के अलावा किसी भी किसान को बिजली की जरूरत नहीं है। मूंग को एक पानी और मिल जाए तो फसल ठीक हो जाएगी। एक एकड़ में 7 से 8 क्विंटल मूंग निकलती है। इसलिए तुरंत बिजली कंपनी से बात करके चीजें दुरुस्त करें।
ज्ञातव्य है इस वर्ष राज्य में 9.29 लाख हेक्टेयर में मूंग फसल लेने का लक्ष्य रखा गया है तथा बुवाई भी लगभग पूरी हो गई है। नर्मदापुरम संभाग में सबसे अधिक क्षेत्र में मूंग फसल ली जाती है।