राज्य कृषि समाचार (State News)फसल की खेती (Crop Cultivation)

किसान सावधान! सोयाबीन फसल पर मंडरा रहा सफेद मक्खी और वायरस का प्रकोप, कृषि विभाग ने जारी की सलाह

19 अगस्त 2025, भोपाल: किसान सावधान! सोयाबीन फसल पर मंडरा रहा सफेद मक्खी और वायरस का प्रकोप, कृषि विभाग ने जारी की सलाह – सोयाबीन की फसल वर्तमान समय में विकास की अवस्था में है। बदलते मौसम, नमी और तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण कई क्षेत्रों में सफेद मक्खी (Whitefly) तथा इससे फैलने वाला पीला मोज़ेक वायरस (Yellow Mosaic Virus) का खतरा मंडराने लगा है। कृषि विभाग ने किसानों को सतर्क रहते हुए फसलों की नियमित निगरानी करने और बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी है।

नियमित निरीक्षण और शुरुआती नियंत्रण

कृषि विभाग के अनुसार किसान हर 3-4 दिन में फसलों की निगरानी करें। पत्तों के नीचे सफेद मक्खी की उपस्थिति और पत्तियों पर पीले चकत्तों के लक्षण दिखते ही सतर्क हो जाएँ।
शुरुआती प्रकोप पर संक्रमित पत्तियों को तोड़कर खेत से बाहर नष्ट करें। सफेद मक्खी की संख्या कम होने पर प्रति एकड़ 20-25 पीले चिपचिपे कार्ड (Yellow Sticky Traps) का उपयोग करें।

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रासायनिक नियंत्रण

1. यदि प्रकोप बढ़े तो कृषि विभाग द्वारा अनुशंसित दवाओं का छिड़काव करें।
2. एसिटामिप्रिड 25% + बिफेंथ्रिन 25% डब्ल्यूजी – 250 ग्राम / 500 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
3. अधिक प्रकोप की स्थिति में इनका उपयोग करें:
4. डायनोटेफ्यूरान 20% SG @ 150 ग्राम/हेक्टेयर
5. बुप्रोफेज़िन 25% SC @ 1 लीटर/हेक्टेयर
6. थायोमेथोक्साम 25% WG @ 100 ग्राम/हेक्टेयर
7. छिड़काव सुबह या शाम को हल्की हवा के समय करें। साथ ही आस-पास के खेतों में एक साथ छिड़काव करने से अधिक असर होगा।

बीज उपचार और रोकथाम

1. बीज बोने से पहले थायमेथोक्साम 30% WS/FS @ 6 मिली प्रति किलो बीज से उपचार करें।
2. समय पर बुवाई करें और फसल चक्र अपनाएँ।
3. खेत और आसपास की खरपतवारों को नष्ट करें, क्योंकि इन्हीं में सफेद मक्खी पनपती है।

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विभाग की अपील

कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि किसी भी कीटनाशक का प्रयोग करने से पहले नजदीकी कृषि विस्तार अधिकारी या कृषि विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें। समय पर सावधानियाँ और उचित उपाय अपनाकर किसान अपनी फसल को बड़े नुकसान से बचा सकते हैं।

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