राजस्थान में बीज, उर्वरक और कीटनाशकों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर जोर, कालाबाजारी पर सख्ती
19 अक्टूबर 2024, जयपुर: राजस्थान में बीज, उर्वरक और कीटनाशकों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर जोर, कालाबाजारी पर सख्ती – राजस्थान के कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने राज्य में रबी फसल की बुवाई से पहले किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज, उर्वरक और कीटनाशक उपलब्ध कराने के लिए एक विशेष गुण नियंत्रण अभियान की घोषणा की है, जो 15 नवंबर तक चलेगा। यह कदम उर्वरकों की कालाबाजारी, जमाखोरी और नकली उर्वरकों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
डॉ. मीणा ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को उच्च गुणवत्ता युक्त कृषि आदान उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री ने केंद्रीय उर्वरक मंत्री से संपर्क कर राज्य में उर्वरक आपूर्ति बढ़ाने का आग्रह किया है, जिससे किसानों को बुवाई के समय पर कोई समस्या न हो। उन्होंने किसानों से डीएपी की जगह एसएसपी का उपयोग करने का भी सुझाव दिया।
विशेष अभियान में सख्त कार्रवाई
15 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच हुए अभियान में कृषि अधिकारियों ने राज्यभर में 4761 निरीक्षण किए, जिसमें कालाबाजारी और जमाखोरी की शिकायतों पर कार्रवाई की गई। 618 विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए, 58 प्रतिष्ठानों पर विक्रय रोक दिया गया, 26 के लाइसेंस निलंबित किए गए, और 7 विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द कर दिए गए। इस दौरान 3141 नमूने उर्वरक, बीज और कीटनाशकों के लिए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
नकली उर्वरकों पर कड़ी निगरानी
राजस्थान के विभिन्न जिलों में नकली उर्वरक बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। अलवर के डीग क्षेत्र में बिना लाइसेंस के 7 अवैध गोदामों से 3639 डीएपी, 7046 यूरिया, और अन्य उर्वरकों की जब्ती की गई। इसी तरह, अलवर के झाड़ोली गांव में एक घर से नकली डीएपी खाद के बैग पकड़े गए। हिण्डौन सिटी में भी नकली डीएपी की पैकिंग के दौरान कार्रवाई की गई और 160 कट्टे डीएपी जब्त किए गए।
डॉ. मीणा ने कहा कि सभी विभागीय अधिकारियों को अपने क्षेत्राधिकार में बीज, उर्वरक और कीटनाशकों की गुणवत्ता और उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसानों तक गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पाद पहुंचें, ‘RajAgriQC’ पोर्टल के माध्यम से नमूने ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत लिए जा रहे हैं।
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