यूपी में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के प्रयास तेज, किसानों को मिलेगा समय पर भुगतान
17 अक्टूबर 2024, लखनऊ: यूपी में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के प्रयास तेज, किसानों को मिलेगा समय पर भुगतान – उत्तर प्रदेश के दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन को 3.5 लाख किलोग्राम प्रतिदिन और तरल दूध की बिक्री को 2 लाख लीटर प्रतिदिन तक पहुंचाने के प्रयास किए जाएं। इसके साथ ही, हर दुग्ध संघ को कम से कम 5 नए मिल्क बूथ बनाने का लक्ष्य दिया गया है।
मंत्री श्री सिंह ने विधान भवन में आयोजित एक बैठक के दौरान बताया कि दुग्ध विकास विभाग का मुख्य उद्देश्य राज्य की जनता को शुद्ध दूध उपलब्ध कराना है, और किसानों और पशुपालकों को उनके दूध का नियमित भुगतान कराना प्राथमिकता है। उन्होंने बंद पड़ी दुग्ध समितियों को फिर से चालू करने और मौजूदा समितियों को बंद होने से बचाने के भी निर्देश दिए।
डेयरी प्लांट की क्षमता में सुधार
बैठक में उन्होंने दुग्ध संघों के डेयरी प्लांट की उत्पादन क्षमता को 50% तक बढ़ाने पर जोर दिया। इसके अलावा, कानपुर, गोरखपुर, और कन्नौज के डेयरी प्लांट्स को नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) को सौंपने की प्रक्रिया की प्रगति की समीक्षा भी की गई।
किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित
श्री सिंह ने कहा कि किसानों और पशुपालकों को दूध का भुगतान समय पर किया जाना चाहिए और इस प्रक्रिया में कोई विलंब नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि बकाया राशि का शीघ्र भुगतान कर भुगतान प्रक्रिया को नियमित किया जाए।
समितियों की संख्या में वृद्धि
वर्तमान में राज्य में 18,108 निबंधित दुग्ध समितियां हैं, जिनमें से 7,094 समितियां सक्रिय हैं। पिछले महीने के दौरान 1234 दुग्ध समितियों का निरीक्षण किया गया, जिसमें से 169 अकार्यरत समितियों को फिर से चालू किया गया।
बैठक में दुग्ध विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री के. रवीन्द्र नायक ने मंत्री जी को आश्वस्त किया कि उनके निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा। इस मौके पर पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक श्री आनंद कुमार सिंह, दुग्ध आयुक्त श्री राकेश कुमार मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
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