राज्य कृषि समाचार (State News)

कलेक्टर ने प्रगतिशील उद्यानिकी किसानों से वृक्षारोपण में सहयोग मांगा

03 मई 2025, सतना: कलेक्टर ने प्रगतिशील उद्यानिकी किसानों से वृक्षारोपण में सहयोग मांगा – सतना जिले में 30 मार्च से 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही बरसात में 25 लाख पौधों का रोपण करने के लक्ष्य के अनुरूप वृक्षारोपण की तैयारी की जा रही है। कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने  गत दिनों  उद्यानिकी के प्रगतिशील किसानों से चर्चा कर वृक्षारोपण कार्य में सहयोग की अपील की। इस मौके पर उप संचालक कृषि श्री मनोज कश्यप, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. प्रमोद शर्मा, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री अनिल सिंह, केवी के मझगवां के डॉ. अखिलेश, पूर्व विधायक श्री रामप्रताप सिंह, श्री प्रणवीर सिंह हीरा सहित उद्यानिकी के प्रगतिशील कृषक उपस्थित थे ।

कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने प्रगतिशील किसानों को जिले में 30 जून तक जल  स्रोतों  के पुनर्जीवन और जल संरक्षण के लिए चलाये जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान और जिले में 25 लाख पौधों के वृक्षारोपण की तैयारी की जानकारी देते हुए उनसे दोनों ही कार्यक्रम में सहभागिता और सहयोग की अपील की। कलेक्टर ने बताया कि जिले का भू जल स्तर गर्मियों में बहुत नीचे चला जाता है। जिसके कारण  कुएं  और हैंडपंप प्रायः सूख जाते है। गांव-गांव सतही जल की  संरचनाएं  तैयार कर अधिक से अधिक पानी को रोककर उसे पुनर्भरण की प्रक्रिया से भू जल स्तर में वृद्धि की जा सकती है। जिले में असफल बोर की जानकारी मंगा ली गई है। कुल 148 असफल नल कूपों का उपयोग उनमें रिचार्ज पिट की संरचना तैयार कर जल का पुनर्भरण करने की योजना है।

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 कलेक्टर ने कहा कि औद्योगिक संस्थानों द्वारा अपनी सीएसआर के मद से वृक्षारोपण के लिए पौधे उपलब्ध कराने की सहमति दी गई है। वन विभाग द्वारा बांस के पौधे भी किसानों को निःशुल्क उपलब्ध कराने की बात कही गई है। उद्यानिकी के कृषक अपने खेत की  मेड़ों  एवं खाली भूमि पर जिस प्रजाति के पौधे रोपित करना चाहेंगे उन्हें उपलब्ध  कराए जाएंगे । कलेक्टर ने उप संचालक कृषि और उद्यान विभाग के अधिकारी को ऐसे किसानों की सूची तैयार करने के निर्देश भी दिये। कलेक्टर ने उद्यानिकी किसानों को फलदार पौधों के अलावा मोटे अनाज के उत्पादन के लिए प्रोत्साहन दिया। उन्होंने कहा कि किसान उद्यानिकी और खेती के साथ ही मत्स्य पालन, दुधारू पशुपालन, अतिरिक्त आमदनी की गतिविधियां भी अपनाये। उन्होंने कहा कि विभाग प्रगतिशील किसानों के लिए पौधों की आवश्यकता का आंकलन कर पौधे उपलब्ध कराने की व्यवस्था करेंगा। पौधे के अलावा जिले में सीड बाल के माध्यम से भी वृक्षारोपण की कार्य योजना तैयार की गई है।

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