राज्य कृषि समाचार (State News)

मुख्यमंत्री ने की केंद्र से अपील, लम्पी स्किन के नियंत्रण में करें सहयोग

6 अगस्त 2022, जयपुर: मुख्यमंत्री ने की केंद्र से अपील, लम्पी स्किन के नियंत्रण में करें सहयोग – मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने राज्य के विभिन्न जिलों के गौवंशीय पशुओं में फैल रहे लम्पी स्किन रोग पर चिंता जताते हुए कहा कि राज्य सरकार गौवंशीय पशुओं के प्रति सजगता एवं संवेदनशीलता बरतते हुए रोग नियंत्रण के सभी संभावित उपाय कर रही है। उन्होंने केन्द्र सरकार से गौवंश को बचाने के लिए आर्थिक एवं आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने और बीमारी के प्रभावी नियंत्रण में सहयोग करने के लिए आग्रह किया। श्री गहलोत ने राज्य के पशुपालकों से धैर्य बनाये रखने एवं गौशाला संचालकों, जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं से बीमारी के नियंत्रण एवं रोकथाम में राज्य सरकार का सहयोग करने की अपील की है।

श्री गहलोत ने कहा कि पशुधन राजस्थान के किसानों की जीवन रेखा है। गौवंश पशुपालकों को अकाल की स्थिति में आर्थिक संबल प्रदान करते है। सदियों से पशुपालक पशुधन के बल पर विपरित परिस्थितियों से लड़ते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश की बहुमूल्य पशुधन सम्पदा की महत्ता को बनाए रखने, उनके विकास एवं पशुधन उत्पादन की अभिवृद्धि के साथ-साथ पशुपालकों व किसानों को रोजगार के साधन उपलब्ध कराकर आर्थिक दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।

Advertisement
Advertisement

मुख्यमंत्री ने कहा कि गौवंशीय पशुओं में लम्पी स्किन रोग राजस्थान राज्य सहित देश के गुजरात, तमिलनाडु, ओडिशा, कर्नाटक, केरल, असम, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे कई राज्यों में फैल रहा है। प्रदेश के जैसलमेर, जालौर, बाड़मेर, पाली, सिरोही, नागौर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जोधपुर, चुरू, जयपुर, सीकर, झुंझुनू, उदयपुर, अजमेर व बीकानेर जिलों में रोग की पुष्टि हुई है। राज्य में अब तक 1.21 लाख पशु इस बीमार से प्रभावित हुए हैं। इनमें से 94 हजार पशुओं के उपचार उपरांत 42 हजार ठीक हुए हैं।

आवश्यक औषधियों के लिए राशि आवंटित

मुख्यमंत्री ने बताया कि आपातकालीन आवश्यक औषधियां खरीदने के लिए संभाग स्तरीय अजमेर, बीकानेर और जोधपुर कार्यालयों को 8 से 12 लाख रूपए और बाकी प्रभावित जिलों को 2 से 8 लाख रूपए सहित कुल 106 लाख रूपए की अतिरिक्त राशि आवंटित की गई है। यह राशि पूर्व में आपातकालीन बजट में समस्त जिला स्तरीय कार्यालयों तथा बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालयों को आवंटित राशि के अतिरिक्त जारी की गई है।

Advertisement8
Advertisement

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस रोग की रोकथाम के लिए हर स्तर पर प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है। पशुपालन मंत्री द्वारा 18 जुलाई और 31 जुलाई को अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की गई और 3 अगस्त को जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ वी.सी. के माध्यम से बीमारी के संक्रमण, रोकथाम के लिए किये जा रहे उपायों, दवा की उपलब्धता और चिकित्सा कर्मियों की स्थिति की जानकारी लेकर मिशन मोड पर कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही पशुपालन मंत्री ने गत दिनों  जोधपुर जिले के फलोदी व आस-पास के क्षेत्र का दौरा कर धरातल पर वास्तविक स्थिति का भी जायजा लिया है। इस संबंध में 6 अगस्त को केन्द्रीय कृषि एवं पशुपालन मंत्री के भी राज्य के दौरे पर आने की संभावना है।

Advertisement8
Advertisement

इस संबंध में मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा द्वारा बुधवार को राज्य के 10 जिला कलक्टर एवं पशुपालन विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विडियों कॉन्फ्रेसिंग के जरिये बैठक कर लम्पी स्किन डिजीज की स्थिति एवं रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों की पुनः समीक्षा की।

महत्वपूर्ण खबर:एग्री इंफ्रा फंड योजना में राजस्थान सम्मानित

Advertisements
Advertisement5
Advertisement