State News (राज्य कृषि समाचार)

सीसीआई ने खरीदा 1 लाख 58 हज़ार क्विंटल कपास

Share

07 नवम्बर 2020, इंदौर। सीसीआई ने खरीदा 1 लाख 58 हज़ार क्विंटल कपास भारतीय कपास निगम (सीसीआई ) द्वारा क्षेत्र में कपास की खरीदी जारी है l इंदौर जोन में मंगलवार तक 1 ,58 ,302 क्विंटल कपास की खरीदी की जा चुकी हैl इस बीच धार, बड़वानी और खरगोन जिलों के किसानों ने उनके कपास में अधिक नमी बताकर सीसीआई द्वारा खरीदी नहीं किए जाने की शिकायत की है l इस संदर्भ में बड़वानी कलेक्टर ने जिले के एसडीएम को परिपत्र जारी कर सीसीआई कपास खरीदी का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं l

महत्वपूर्ण खबर : ग्रो प्लस से भुट्टे में दाने मिले भरपूर

सीसीआई के महाप्रबंधक श्री मनोज बजाज , इंदौर ने कृषक जगत को बताया कि सीसीआई द्वारा मंगलवार तक 1,58 ,302 क्विंटल कपास की खरीदी की जा चुकी है l बड़वानी, धार और खरगोन जिलों के किसानों के कपास में अधिक नमी बताकर सीसीआई द्वारा खरीदी नहीं किए जाने संबंधी सवाल पर श्री बजाज ने कहा कि कपास में 8 -12 % नमी होने पर समर्थन मूल्य 5725 रु./क्विंटल की दर पर कपास की खरीदी की जा रही है l यदि ऐसी कोई शिकायत आती है तो उसकी जाँच की जाएगी.

यहां यह उल्लेख प्रासंगिक है कि गत दिनों बड़वानी, धार और खरगोन जिलों के किसानों और किसान संगठनों ने शिकायत की थी कि उनके कपास में अधिक नमी बताकर सीसीआई द्वारा कपास की खरीदी नहीं की जा रही है l जबकि इसी कपास को मंडी के बाहर व्यापारियों द्वारा कम मूल्य पर खरीद कर मंडी कर्मचारियों की मिलीभगत से सीसीआई को बेचा जा रहा है l इस पर बड़वानी कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा ने अपने अधीनस्थ एसडीएम को भेजे परिपत्र में अंजड़, सेंधवा और खेतिया मंडी में सीसीआई द्वारा की जा रही कपास खरीदी की आकस्मिक जाँच करने के निर्देश दिए हैं l जाँच में रेंडम आधार पर चयनित किसानों के पत्रों का सत्यापन कर यह जाँच की जाएगी कि जितना कपास उन्होंने बेचा है क्या उतना कपास उनके खेतों में उत्पादित हुआ है ? कलेक्टर ने सभी मंडी सचिवों को भी कहा गया है कि किसी व्यापारी द्वारा सीसीआई केंद्रों पर कपास न बेचा जाए , इसका ध्यान रखें l यदि बेचना सिद्ध हो गया तो उसके लिए वे उत्तरदायी होंगे l जाँच में अनियमितता पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी l

Share
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *