देश की अर्थ व्यवस्था में पशुपालन एक अहम कड़ी – सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री
2 मई 2022, जयपुर । देश की अर्थ व्यवस्था में पशुपालन एक अहम कड़ी – सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री – सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री टीकाराम जूली ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में पशुपालन एक अहम कड़ी है। मंत्री श्री जूली शनिवार को विश्व पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर अलवर में पशु चिकित्सा संघ की ओर से आयोजित एक्सीलेंस सर्विस टू द नेशनल अवॉर्ड कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री जूली ने कहा कि राज्य सरकार ने पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई कल्याणकारी योजना संचालित की हुई है जिनसे सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने मूक प्राणियों के लिए निःशुल्क दवा योजना प्रारम्भ कर संवेदनशीलता का परिचय दिया है। पशु पालकों को प्रति लीटर दूध पर 2 रूपये से बढ़ाकर 5 रूपये अनुदान किया है। पशुधन का बीमा एवं पशुपालन के लिए न्यूनतम ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पशु पालन एवं कृषि सह गतिविधियां है। इसको ध्यान में रखते हुए देश में पहली बार कृषि बजट अलग से राज्य सरकार ने प्रस्तुत किया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पशु चिकित्सकों ने घर-घर जाकर मूक प्राणियों का उपचार कर सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने शुभेच्छा फाउंडेशन की ओर से उत्कृष्ट सेवाओं के लिए जिले के 101 पशु चिकित्सकों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने पशु चिकित्सकों की मांगों से मुख्यमंत्री श्री गहलोत को अवगत कराने का आश्वासन दिया।
पशु चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप यादव ने बताया कि हर वर्ष अप्रेल माह के अंतिम शनिवार को विश्व भर में विश्व पशु चिकित्सा दिवस के रूप में मनाया जाता है। कार्यक्रम में वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतवीर सिंह यादव का सेवानिवृति कार्यक्रम भी मनाया गया। पशु पालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. रमेश चंद मीना ने विभागीय रूपरेखा रखकर आगन्तुकों का आभार जताया।
इस दौरान जिला बीसूका के उपाध्यक्ष श्री योगेश मिश्रा, उमरैण प्रधान श्री दौलतराम जाटव, मालाखेड़ा प्रधान श्रीमती वीरमति देवी, भारतीय पशु चिकित्सा परिषद नई दिल्ली के उपाध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार यादव व महा सचिव डॉ. महेश यादव, पशु चिकित्सक संघ के महा सचिव डॉ. विजय मंडोगरा सहित पशु चिकित्सकगण एवं प्रबुद्ध व्यक्ति उपस्थित थे।