अशोकनगर में रबी सिंचाई के लिए नहरों से किसानों को पर्याप्त पानी, जिला पंचायत की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
24 अक्टूबर 2025, भोपाल: अशोकनगर में रबी सिंचाई के लिए नहरों से किसानों को पर्याप्त पानी, जिला पंचायत की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय – मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले की जल संरचनाओं से आगामी रबी फसल सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध होने पर किसानों को मांग अनुसार जल संरचनाओं से निर्धारित एक पलेबा एवं एक या दो पानी उपलब्ध कराया जाए। जिससे कृषकगण समयानुसार अपनी फसलों के लिए सिंचाई कर उत्पादन प्राप्त कर सके।
इस आशय के निर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राजेश जैन ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में दिए। बैठक में चंदेरी विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, कार्यपालन यंत्री जलसंसाधन ए.के.अहिरवार,अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन,उपयंत्री तथा संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में सीईओ जिला पंचायत ने निर्देशित किया कि किसानों को माह नवम्बर 2025 के प्रथम सप्ताह में पलेबा हेतु पानी दिये जाने की शुरूआत की जाए। जल का अधिक से अधिक सदुपयोग हो इसकी सतत निगरानी रखी जाए। उन्होंने सिंचाई वसूली के संबंध में निेर्देशित किया कि सिंचाई वसूली हेतु बडे बकायादारों की सूची तैयार कर सिंचाई वसूली की जाए।
अमाही तालाब से अशोकनगर नगरपालिका को पेयजल के लिए जल प्रदाय किया जाता है। इस हेतु आरक्षित जल के अतिरिक्त जल की व्यवस्था रखी जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि नहरों की साफ सफाई एवं सुधार कार्य समय सीमा में पूर्ण किया जाए। जिससे पानी टेल तक पहुंच सके। बैठक में बताया गया कि अशोकनगर जिले में 2 मध्यम, 31 लघु जलाशय तथा 21 बैराज / स्टाप डेम/वीयर सिंचाई योजनाएं इस प्रकार कुल 54 जल संरचनाएँ निर्मित है। सभी संरचनाओं / जलाशयों की कुल रूपांकित जल भराव क्षमता 106.40 मि.घ.मी. है। 15 अक्टूबर की स्थिति में उक्त कुल 54 जल संरचनाओं में सिंचाई हेतु 104.278 मि.घ.मी. जल उपलब्ध है।
अशोकनगर जिले में वर्ष 2025-26 हेतु 20509 हैक्टेयर क्षेत्र में रबी सिंचाई किया जाना प्रस्तावित है। संभाग अशोकनगर की 02 मध्यम योजनाओं (कॉचा/मोला) से 6820 हैक्टेयर में, 31 लघु योजनाओं से 9445 हेक्टेयर में एवं 21 बैराजों / स्टाप डेम/वीयर से 4244 हैक्टेयर में इस प्रकार कुल 54 योजनाओं से 20509 हैक्टेयर क्षेत्र में रबी सिंचाई प्रस्तावित है। अशोकनगर जिले की सीमा के अन्तर्गत राजघाट परियोजना की मुख्य बांयी तट नहर प्रणाली की आर.डी. ० मी. से 28000 मी. स्थित है जिनसे वितरिकाएं एवं माईनर निकलती है। उक्त नहरों हेतु 02 जल उपभोक्ता संथायें (दोनाला हिरावल संथा एवं गोधन हंसारी संथा) संचालित है जिनसे क्रमशः 2206 हेक्टेयर एवं 2566 हेक्टेयर, इस प्रकार कुल 4772 हेक्टेयर में रबी सिंचाई किया जाना प्रस्तावित है।
उक्त संथाओं का रखरखाव एवं संचालन अनुविभागीय अधिकारी राजघाट नहर उपसंभाग क्र.-1 चंदेरी जिला अशोकनगर द्वारा किया जाता है। उक्त संथायें अशोकनगर जिले में स्थित होने के कारण गठन सबंधी चुनावी प्रक्रिया इस कार्यालय द्वारा संपन्न की जाती है। जिले की अमाही लघु सिंचाई योजना की जल भण्डारण क्षमता 12.58 मिलीयन घन मीटर है जिसमें से 5.313 मि.घ.मी. नगरपालिका अशोकनगर को अशोकनगर शहर के पेयजल हेतु आरक्षित किया जाता है। शेष जल से 1290 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी सिंचाई किया जाना प्रस्तावित है।
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