तालाब में मछलीपालन से होगी अतिरिक्त आय
तालाब में मछलीपालन से होगी अतिरिक्त आय
29 जून 2020, इंदौर। सरकारी योजनाओं का यदि ईमानदारी से लाभ लिया जाए, तो किसानों की माली हालत में काफी बदलाव लाया जा सकता है। इसकी मिसाल बने हैं देवास जिले के ग्राम पोलाय जागीर के सीमांत एवं प्रगतिशील कृषक श्री लक्ष्मीनारायण कुमावत. इन्होंने मनरेगा योजना से अपने खेत में तालाब बनवाया है, जो सिंचाई के साथ मछलीपालन में भी सहायक होगा। इससे इन्हें अतिरिक्त आय प्राप्त होगी।
उल्लेखनीय है कि श्री लक्ष्मीनारायण के पास पौने दो हेक्टेयर ज़मीन है , उन्हें रबी फसल के लिए पानी की कमी का सामना करना पड़ता था। इसके समाधान के लिए इन्होंने मनरेगा के तहत हितग्राही मूलक श्रेणी में तालाब योजना में 2 लाख 88 हज़ार की स्वीकृत राशि से अपने खेत में 13 हज़ार वर्गफीट ज़मीन में तालाब बनवाया.नव निर्मित तालाब हाल ही में हुई वर्षा से पूरा भर गया है। इससे वे बहुत खुश है।
श्री कुमावत के अनुसार तालाब में पानी भर जाने से जल स्तर बढ़ेगा और अगली रबी की फसल में पानी की समस्या नहीं रहेगी.तालाब में मछलीपालन कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे.इसके लिए उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र और मत्स्य विभाग से जानकारी भी ले ली है। इसके पूर्व वे पानी की गुणवत्ता की जाँच प्रयोगशाला में करवाएंगे .अगस्त माह में मत्स्य विभाग की सलाह से मछली की अनुशंसित 4 -5 प्रजाति के बीज तालाब में डालेंगे। श्री कुमावत का किसानों को यही सन्देश है कि यदि किसानों को अपनी आय दुगुनी करनी है, तो उन्हें वैज्ञानिक तरीके से खेती के साथ -साथ सहायक कार्य पशुपालन,मछली पालन आदि भी करने ही होंगे।