State News (राज्य कृषि समाचार)

छतरपुर में अवैध उर्वरक विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई

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23 अक्टूबर 2021, छतरपुर । छतरपुर में अवैध उर्वरक विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई – कलेक्टर शीलेन्द्रसिंह  के निर्देश पर छतरपुर जिले में अवैध उर्वरक विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए जिले में राजस्व, कृषि और पुलिस विभाग का संयुक्त दल गठित किया गया है। उक्त दल द्वारा उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर उर्वरक के नमूने लिए जा रहे हैं। 8 निजी उर्वरक विक्रेताओं के उर्वरक नमूने अमानक पाए जाने के कारण उनके फुटकर लायसेंस निलंबित करने की कार्रवाई भी की गई है। वहीं उर्वरकों के अवैध विक्रय /भंडारण पर  व्यापारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ कराई गई है।

इस संबंध में छतरपुर के उप संचालक कृषि श्री मनोज कश्यप ने कृषक जगत को बताया कि  उर्वरक नमूने अमानक पाए जाने के कारण जिन दुकानदारों के लायसेंस निलंबित किए गए हैं उनमें संतोष गुप्ता राजनगर,दिलीप गुप्ता किशनगढ़, नीरज अग्रवाल छतरपुर,कनई पटेल बक्सवाहा,रोहित नायक सटई,अभिषेक जैन सटई,ओमप्रकाश राजपूत हरपालपुर और अशोक कुमार गुप्ता राजनगर शामिल है। इसके अलावा उर्वरकों के अवैध भंडारण /विक्रय करने पर दो विक्रेताओं संतोष पटेल सरवई, ज्ञानचंद पटेल चंदला  चौधरी ट्रेडर्स छतरपुर के विरुद्ध पुलिस में प्राथमिकी दर्ज़ कराई गई है। राजनगर क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान 4 खाद विक्रेताओं द्वारा निर्धारित दर से अधिक कीमत पर खाद बेचना पाया गया। जिन पर कृषि विकास अधिकारी सह उर्वरक निरीक्षक  द्वारा थाना राजनगर में चार उर्वरक विक्रेता दिलीप गुप्ता, शंकर सेठ, अशोक कुमार गुप्ता और रामाधार गुप्ता राजनगर पर आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 तथा अधिक कीमत पर विक्रय, किसानों को रसीद न देना, गुमराह कर अन्य सामग्री जबरदस्ती  विक्रय करना और उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 की धारा 3/7 एवं भा.द.वि. 1860 की धारा 420 के तहत किसानों से व्यापारियों द्वारा धोखाधड़ी कर अधिक राशि लेने पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

श्री कश्यप ने बताया कि इस रबी सीजन के लिए 2600 मैट्रिक टन की एक रैक आई है, जिसमें से 1400 मैट्रिक टन खाद टीकमगढ़ जिले के लिए और 1100 मैट्रिक टन छतरपुर जिले के लिए आवंटित किया गया है। उर्वरक की मांग की तुलना में आपूर्ति कम होने से किसानों को सिंगल सुपर फास्फेट और एनपीके के प्रयोग के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। किसानों से अपील की गई है कि अधिकृत उर्वरक विक्रेता से ही उर्वरक खरीदें और रसीद अवश्य प्राप्त करें।

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