श्योपुर को पराली मुक्त बनाने के लिए व्यापक अभियान शुरू, किसानों को मिलेगा ‘पराली मित्र’ पुरस्कार
01 सितम्बर 2025, श्योपुर: श्योपुर को पराली मुक्त बनाने के लिए व्यापक अभियान शुरू, किसानों को मिलेगा ‘पराली मित्र’ पुरस्कार – मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले की कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा के नेतृत्व में श्योपुर जिले को पराली मुक्त जिला बनाने के लिए व्यापक कार्य योजना तैयार की गई है। इस अभियान के तहत स्वच्छ खेत और समृद्ध किसान की अवधारणा पर काम किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य पराली जलाने की परंपरा को पूरी तरह समाप्त करना है। किसानों को पर्यावरण के अनुकूल और लाभकारी वैकल्पिक समाधान उपलब्ध कराते हुए इस दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
पराली मुक्त अभियान के अंतर्गत व्यापक जागरूकता कार्यक्रम
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं एसडीएम श्योपुर गगन सिंह मीणा ने पराली मुक्त अभियान की योजना बनाई है। इस योजना का क्रियान्वयन विभागीय अमले, किसानों और समुदाय के सहयोग से किया जाएगा। श्योपुर को पराली मुक्त मॉडल उपखंड के रूप में स्थापित करने के लिए गांव-गांव जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
इस अभियान के तहत पोस्टर, नुक्कड़ नाटक, लोकगीत आदि माध्यमों से जनजागरूकता फैलाई जाएगी। स्कूल और कॉलेजों में छात्रों को ‘पराली प्रहरी’ के रूप में जिम्मेदारी देकर जागरूक किया जाएगा। साथ ही, सोशल मीडिया पर ‘पराली मुक्त श्योपुर’ हैशटैग के साथ अभियान चलाया जाएगा, जिसमें नवाचारों और कार्य योजना के तहत किए गए कार्यों के फोटो-वीडियो अपलोड करने पर पुरस्कार दिए जाएंगे। हाट बाजार, मेलों और पंचायत सभाओं में भी संदेश प्रसारित कर जागरूकता बढ़ाई जाएगी।
वैकल्पिक प्रबंधन के लिए नई तकनीकों और यंत्रों को प्रोत्साहन
एसडीएम गगन सिंह मीणा ने बताया कि पराली के वैकल्पिक उपयोग और प्रबंधन के तहत पंचायतों में कम्पोस्ट यूनिट और बायोगैस प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही हेप्पी सीडर, सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम, रोटावेटर, स्मार्ट सीडर जैसी कृषि मशीनरी को प्रोत्साहित किया जाएगा।
पराली को चारे में बदलने के साथ डेयरी एवं पशुपालन से जोड़ने पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। पराली के उपयोग के लिए बायोफ्यूल और पेलेट प्लांट के लिए निजी निवेशकों के साथ साझेदारी बढ़ाई जाएगी।
पुरस्कार योजना: पराली मित्र किसान और हरित ग्राम सम्मान
पराली मुक्त गांवों को सामुदायिक पुरस्कार के रूप में हरित ग्राम सम्मान प्रदान किया जाएगा। श्रेष्ठ किसानों को ‘पराली मित्र किसान’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही इस दिशा में काम करने वाले युवाओं और इन्फ्लुएंसरों को ‘हरित प्रेरणा सम्मान’ दिया जाएगा। पराली प्रहरी संस्था के रूप में काम करने वाले स्कूल और कॉलेजों को ट्रॉफी एवं प्रशस्ती पत्र प्रदान किए जाएंगे।
जन जागरण अभियान एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम
सितंबर से अक्टूबर तक जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान पराली प्रबंधन के लिए आवश्यक कृषि यंत्रों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी और किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
अक्टूबर-नवंबर में फसल कटाई के बाद पराली का संग्रहण और वैकल्पिक उपयोग शुरू किया जाएगा। दिसंबर-जनवरी में पुरस्कार वितरण के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
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