शाजापुर जिले में 22321 मीट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध
12 जुलाई 2025, शाजापुर: शाजापुर जिले में 22321 मीट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध – शाजापुर जिले में खरीफ मौसम में सहकारी एवं निजी क्षेत्र में यूरिया का 22000 में. टन, डीएपी का 10000 मे.टन, एनपीके 18000 में. टन एवं एसएसपी का 9000 मे.टन, लक्ष्य इस प्रकार कुल 59000 मे.टन के विरूद्ध यूरिया 7939 डीएपी 4990 एनपीके 7972 एसएसपी 5286 में, टन इस प्रकार कुल 26187 मे.टन का वितरण हो चुका है, तथा वर्तमान में यूरिया 7119, डीएपी 726, एनपीके 4141 एवं एसएसपी 10335 में. टन इस प्रकार कुल जिले में कुल 22321 मे.टन उर्वरक उपलब्ध है।
किसान कल्याण तथा कृषि विकास उप संचालक श्री आरएल जामरे ने बताया कि आने वाले 1-2 दिवस में इफको डीएपी की उर्वरक रैक से जिले को उपलब्ध होने वाला है। साथ ही ब्यावरा राजगढ़ से 125 मे.टन कोरोमण्डल डीएपी भी प्राप्त होने वाला है। इस प्रकार जिले में समस्त प्रकार के उर्वरक का पर्याप्त भंडार है। किसान भाई फसल में आवश्यकता अनुसार संतुलित उर्वरक का उपयोग करे। किसान भाई 07364-181 पर कॉल कर अपनी भूमि की जानकारी एवं आवश्यक उर्वरक की मात्रा के बारे मे जानकारी देकर टोकन द्वारा उर्वरक प्राप्त कर सकते है।
ऐसे किसान जिन्होंने अभी तक सोयाबीन की बोवनी नहीं की है अथवा अंकुरण प्रतिशत बहुत ही कम है और दोबारा बोनी करना चाहते है तो कतारो की दूरी 30 से.मी. रखे तथा बीज दर 90 से 100 किलो प्रति हेक्टेयर डाले। साथ ही कम समय में पकने वाली किस्म का उपयोग करे, किसान भाई कल्टीवेटर चलाने के पश्चात ही बीबीएफ, रिजफरो, रेज्डबेड पद्धति से सोयाबीन की बुआई करें तथा नालियों में गेंदो या सुवा अवश्य लगाएं। क्योंकि गेंदा और सुवा की फसल नरम होने से कीट उसकी ओर जल्दी आकर्षित होते है और इससे हमारे सोयाबीन की फसल सुरक्षित हो जाती है।
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