साँप के काटने पर प्राथमिक उपचार के लिए 10 महत्वपूर्ण कदम
08 जुलाई 2024, भोपाल: साँप के काटने पर प्राथमिक उपचार के लिए 10 महत्वपूर्ण कदम – भारत में सबसे खतरनाक – विषैले चार सर्प पाये जाते है, भारतीय नाग (Indian Cobra: Spectacled), दबौया (Russell’s Viper), अफई (Saw Scaled Viper) और करैत (Common Krait)। भारत में पिछले २० वर्षों में (हर साल औसतन 58 हजार) सर्प (सांप) के काटने से लगभग 12 लाख लोगों की मौत हुई है। नागराज (King Cobra) संसार का सबसे लम्बा विषधर सर्प है। इसकी लम्बाई 5.6 मीटर तक होती है। कृपया ध्यान दें कि प्राथमिक उपचार आप स्वयं कर सकते हैं, लेकिन जल्द से जल्द नजदीकी अस्पताल जाना महत्वपूर्ण है।
साँप के काटने पर प्राथमिक उपचार के लिए 10 महत्वपूर्ण कदम:
- शांत रहें: घबराने से हृदय गति बढ़ सकती है, जिससे जहर तेजी से फैल सकता है।
- किसी भी कसने वाली वस्तु को हटा दें: तंग कपड़ों, गहनों या घड़ियों को ढीला कर दें या हटा दें जो प्रभावित क्षेत्र को कस सकते हैं।
- प्रभावित अंग को हृदय के स्तर से नीचे रखें: यह रक्तप्रवाह के माध्यम से जहर के प्रवाह को कम करने में मदद कर सकता है।
- जहर को चूसने का प्रयास न करें: यह विधि अप्रभावी है और अधिक नुकसान पहुंचा सकती है।
- रक्त के प्रवाह को रोकने (टूर्निकेट) या संकुचन पट्टी (कंस्ट्रिक्टिंग बैंड) न लगाएं: इससे भी स्थिति खराब हो सकती है।
- बर्फ या गर्मी का प्रयोग न करें: अत्यधिक तापमान भी स्थिति को खराब कर सकता है।
- घाव को साफ रखें: काटने वाले स्थान को साबुन और पानी से साफ करें।
- महत्वपूर्ण संकेतों पर नज़र रखें: व्यक्ति के तापमान, नाड़ी और सांस लेने की दर पर नज़र रखें।
- तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करें: यदि संभव हो, तो आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए संपर्क करें या व्यक्ति को अस्पताल ले जाएं।
- महत्वपूर्ण: यदि आप सचल दुरभाष यंत्र (सेल फोन) वाले क्षेत्र में हैं, तो सांप की तस्वीर लें (यदि संभव हो) और पहचान के लिए इसे चिकित्सा पेशेवरों को दिखाएं। याद रखें, साँप के काटने के मामलों में शीघ्र चिकित्सा सहायता महत्वपूर्ण है। यदि आप किसी सुदूर इलाके में हैं, तो जितनी जल्दी हो सके आपातकालीन सहायता के लिए संपर्क (कॉल) करें। कृपया ध्यान दें कि ये चरण सामान्य दिशानिर्देश हैं और विशिष्ट प्रकार के सांप और व्यक्ति की स्थिति के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। उचित उपचार के लिए हमेशा चिकित्सकीय पेशेवरों से परामर्श लें।
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