State News (राज्य कृषि समाचार)

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा मिला ‘ए’ ग्रेड

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कृषि विज्ञान केन्द्र मण्डला को

मण्डला। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा हाल ही में देशभर में संचालित 625 कृषि विज्ञान केन्द्रों की उनके कामकाज के मूल्यांकन के आधार पर रेटिंग सूची जारी की गई है। रेटिंग में म.प्र. जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्व विद्यालय के अंतर्गत संचालित 20 कृषि विज्ञान केन्द्रों में से कृषि विज्ञान केन्द्र मण्डला सहित 11 केन्द्रों को ए ग्रेड मिला जो प्रो. प्रदीप कुमार बिसेन कुलपति एवं डॉ. (श्रीमती) ओम गुप्ता संचालक विस्तार सेवायें जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुशल मार्गदर्शन से ही सम्भव हो पाया है। इस सूची में 12वीं पंचवर्षीय योजना तक शुरू किये गये कृषि विज्ञान केन्द्र को ही शामिल किया गया है। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. विशाल मेश्राम ने बताया कि प्रमुख चार मुद्दों पर तय होती है कृषि विज्ञान केन्द्रों की रेटिंग जो कि कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा पिछले पांच वर्षों के मूल्यांकन के आधार पर जारी की जाती है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा किये गये मूल्याकंन में 76 से 100 प्रतिशत अंक पाने वाले कृषि विज्ञान केन्द्रों को ए श्रेणी में शामिल किया गया है, 51 से 75 प्रतिशत अंक पाने वाले कृषि विज्ञान केन्द्रों को बी श्रेणी में तथा 26 से 50 प्रतिशत अंक पाने वाले कृषि विज्ञान केन्द्रों को सी श्रेणी में और 0 से 25 प्रतिशत अंक पाने वाले कृषि विज्ञान केन्द्रों को डी श्रेणी में रखा गया है।

कृषि विज्ञान केन्द्र मण्डला के वैज्ञानिक डॉ. आर. पी. अहिरवार ने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र मण्डला द्वारा मण्डला जिले में कृषि विज्ञान के प्रचार-प्रसार में कृषक हितैषी कार्यों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

केन्द्र के पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. प्रणय भारती ने बताया कि उन्नत पशुपालन अंतर्गत पशु नस्ल सुधार, विभिन्न रोगों का उपचार एवं रोकथाम, नेपियर चारा उत्पादन, एजोला, हाइड्रोपोनिक्स चारा उत्पादन एवं मुर्गीपालन, खरगोश पालन आदि पर प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन निष्पादित किये जा रहे हैं। साथ ही विभिन्न रोगों के लिये टीकाकरण कार्यक्रम तथा कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हंै जिसमें डॉ. पी. के. ज्योतिषि पशु चिकित्सक एवं डॉ. सुमित पटेल पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी मण्डला का सहयोग मिल रहा है।

केन्द्र को इस उपलब्धि तक पहुंचाने में केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. विशाल मेश्राम एवं वैज्ञानिक डॉ. आर. पी. एवं डॉ. प्रणय भारती तथा कार्यक्रम सहायक श्री विजय सिंह सूर्यवंशी सहित अन्य विभागों से श्री एस. एस. मरावी उपसंचालक कृषि विभाग मण्डला, श्री सलिल धगट परियोजना संचालक (आत्मा), पूर्व उपसंचालक डॉ. (श्रीमती) भारती पाठक एवं वर्तमान उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें डॉ. एम. एल मेहरा, श्री ज्ञानेन्द्र सिंह, उपसंचालक (उद्यानिकी), श्री अमित पाण्डे सहायक संचालक कृषि, श्री आरडी जाटव मृदा परीक्षण नोडल अधिकारी एवं सहायक संचालक कृषि, आत्मा उपपरियोजना डॉ. आर के सिंह, श्रीमती मधु अली सहायक संचालक कृषि, त्रिभुवन द्विवेदी प्रभारी मृदा परीक्षण प्रयोगशाला मण्डला, श्री अखिलेश वर्मा, जिला प्रबंधक (नाबार्ड), श्री रणवीर सिंह, जिला प्रबंधक (लीड बैंक), श्री पंकज निम्बाड़कर, आशा संस्था से शरद मिश्रा, श्री जे.डी.एस. मण्डला से श्री स्वप्निल, एफईएस से श्री मनोहर एवं बालाघाट से आये राबे कृषि छात्रों का भी समन्वित योगदान रहा।

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