मीठी क्रांति देशभर में तेजी से अग्रसर होगी- श्री तोमर
केंद्रीय कृषि मंत्री ने किया “मधुक्रांति पोर्टल” , “हनी कॉर्नर” का शुभारंभ
7 अप्रैल 2021, नई दिल्ली । मीठी क्रांति देशभर में तेजी से अग्रसर होगी- श्री तोमर – केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि शहद (मीठी) क्रांति देशभर में तेजी से आगे बढेगी । उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने व किसानों की आय वृद्धि के लिए भारत सरकार पूरी शिद्दत के साथ काम कर रही है।
केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने यह बात बुधवार को कृषि भवन, नई दिल्ली में “मधुक्रांति पोर्टल” व “हनी कॉर्नर” सहित शहद परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए कही। श्री तोमर ने कहा कि शहद का उत्पादन बढ़ाकर निर्यात में वृद्धि की जा सकती है, रोजगार बढ़ाए जा सकते हैं, वहीं गरीबी उन्मूलन की दिशा में भी बेहतर काम किया जा सकता हैं। मधुमक्खीपालन, मत्स्यपालन व पशुपालन के माध्यम से हम भूमिहीन किसानों को गांवों में ही अच्छा जीवन जीने का साधन दे सकते हैं। मधुमक्खीपालन संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देते हुए सरकार की विभिन्न पहलें मधुमक्खीपालन का कायाकल्प करने में मदद कर रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप प्रत्येक वर्ष लगभग 1.20 लाख टन शहद का उत्पादन देश के ग्रामीण इलाकों में विशेष रूप से किया जा रहा है। इसका लगभग 50 प्रतिशत निर्यात किया जाता है।
“मधुक्रांति पोर्टल” राष्ट्रीय मधुमक्खीपालन और शहद मिशन के तहत राष्ट्रीय बी बोर्ड की एक पहल है। यह पोर्टल डिजिटल प्लेटफॉर्म पर शहद व अन्य मधुमक्खी उत्पादों के ट्रेसेबिलिटी स्रोत को प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण हेतु विकसित किया गया है। इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के विकास के लिए तकनीकी और बैंकिंग सहयोगी इंडियन बैंक है। इस परियोजना के लिए एनबीबी व इंडियन बैंक के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर की उपस्थिति में एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।
कार्यक्रम में कृषि राज्य मंत्री द्वय श्री परषोत्तम रूपाला , श्री कैलाश चौधरी ने भी संबोधित किया .कृषि सचिव श्री संजय अग्रवाल ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में कृषि आयुक्त डा. एस.के. मल्होत्रा, उद्यानिकी आयुक्त डा. बी.एन.एस. मूर्ति, नाफेड एमडी श्री संजीव कुमार चड्ढा, एनबीबी ईडी डा. बी.एल. सारस्वत, इंडियन बैंक महाप्रबंधक श्री विकास कुमार व सहायक महाप्रबंधक श्री अनुराग दीप भी उपस्थित थे।
मधुमक्खीपालन “मीठी क्रांति” के विकास के लिए आत्म निर्भर भारत पैकेज में 500 करोड़ रूपए आवंटित किए गए थे। एनबीएचएम में वर्ष 2019-20 व 2020-21 के लिए 86 करोड़ रू. की 45 परियोजनाएं मंजूर की गई है। एनडीडीबी की आणंद में 5 करोड़ रू. की सहायता से विश्वस्तरीय स्टेट ऑफ़ द आर्ट हनी टेस्टिंग लेब स्थापित की जा चुकी है। इसके अलावा 2 अन्य बड़ी हनी टेस्टिंग लैब आठ-आठ करोड़ रू. की इंडियन इंस्टीट्यूट आफ हार्टिकल्चर रिसर्च (आईआईएचआर), बैंगलुरू तथा भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई), दिल्ली में मंजूर की गई है, 13 अन्य जिला स्तरीय लैब भी स्वीकृत की गई है, जिन पर दो-दो करोड़ रूपए खर्च होंगे।