रबी अभियान 2025: ‘एक राष्ट्र-एक कृषि-एक टीम’ के साथ राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन का शुभारंभ
17 सितम्बर 2025, नई दिल्ली: रबी अभियान 2025: ‘एक राष्ट्र-एक कृषि-एक टीम’ के साथ राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन का शुभारंभ – केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा रबी अभियान 2025 के लिए आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन का शुभारंभ आज पूसा, नई दिल्ली में किया गया। इस सम्मेलन का विषय ‘एक राष्ट्र-एक कृषि-एक टीम’ रखा गया है, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सभी संबंधित पक्षों के बीच बेहतर समन्वय और साझेदारी को बढ़ावा देना है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर पहली बार रबी सम्मेलन दो दिन का आयोजित किया गया है।
मंत्री चौहान ने सम्मेलन के पहले दिन कहा कि देश में खाद्यान्न और फल-सब्जियों की कमी नहीं होने देंगे और भारत को विश्व की फूड बॉस्केट बनाएंगे। उन्होंने देशभर के वरिष्ठ कृषि अधिकारियों के साथ संवाद करते हुए उन्हें किसानों के हित में काम करने के लिए मार्गदर्शन दिया।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि किसानों और वैज्ञानिकों की मेहनत, साथ ही सरकार की किसान-केंद्रित नीतियों के कारण देश में कृषि विकास दर 3.7 प्रतिशत है, जो दुनिया में सबसे अधिक है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकार एक साथ मिलकर देश के किसानों के हित में पूरी ताकत से काम कर रहे हैं।
नकली खाद-बीज और कीटनाशकों पर सख्त कार्रवाई
मंत्री शिवराज सिंह ने नकली खाद, बीज और कीटनाशकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब केवल वे जैव उत्तेजक (बायोस्टिमुलेंट) बाजार में बिकेंगे जो सभी मानदंडों पर खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कृषि प्रसार और फसल बीमा को प्राथमिकता
केंद्रीय मंत्री ने कृषि प्रसार के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि केंद्र सरकार, राज्य कृषि विभाग, कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केंद्र मिलकर जमीनी स्तर पर ठोस योजना बनाएं और तेजी से काम करें। उन्होंने फसल बीमा को ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुंचाने की आवश्यकता बताई ताकि वे मौसम की अनिश्चितताओं से सुरक्षित रह सकें। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को प्रभावी तरीके से लागू करने का निर्देश भी दिया गया।
सम्मेलन में शामिल हुए वरिष्ठ अधिकारी और वैज्ञानिक
इस राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन में केंद्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के वैज्ञानिक, कृषि विशेषज्ञ, किसान प्रतिनिधि और अन्य हितधारक शामिल हैं। यह मंच नीति-निर्माताओं, वैज्ञानिकों और राज्यों के प्रतिनिधियों को रबी 2025 की तैयारियों, उत्पादन लक्ष्यों और रणनीतियों पर चर्चा करने का अवसर देता है।
उद्घाटन सत्र के प्रमुख वक्ता
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय कृषि सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी, ICAR के महानिदेशक डॉ. एम. एल. जाट और राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीना ने भी अपने विचार व्यक्त किए। डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि सम्मेलन के दौरान 6 समानांतर ब्रेकआउट सेशन भी आयोजित किए जाएंगे, जो विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा करेंगे।
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