राष्ट्रीय FPO समागम: 267 एफपीओ, कृषि विशेषज्ञ, 140 जिलों के 500 किसान जुटेंगे एक मंच पर, कृषि नवाचारों का होगा प्रदर्शन
30 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली: राष्ट्रीय FPO समागम: 267 एफपीओ, कृषि विशेषज्ञ, 140 जिलों के 500 किसान जुटेंगे एक मंच पर, कृषि नवाचारों का होगा प्रदर्शन – भारतीय कृषि और कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प के अनुरूप कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 30–31 अक्टूबर 2025 को एनसीडीसी और एनसीयूआई परिसर, हौज़ खास, नई दिल्ली में राष्ट्रीय एफपीओ समागम 2025 का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 10,000 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के गठन एवं संवर्धन योजना के अंतर्गत प्राप्त उल्लेखनीय उपलब्धियों का उत्सव है और सहयोग, प्रौद्योगिकी एवं मूल्य संवर्धन के माध्यम से किसान समूहों को और सशक्त बनाने का उद्देश्य रखता है।
140 जिलों के 500 से अधिक किसान होंगे शामिल
दो दिवसीय कार्यक्रम में 24 राज्यों और 140 जिलों के 500 से अधिक किसान, कार्यान्वयन एजेंसियां (आईए), क्लस्टर-आधारित व्यावसायिक संगठन (सीबीबीओ) और प्रगतिशील एफपीओ भाग लेंगे। प्रदर्शनी स्टालों के माध्यम से कुल 267 एफपीओ अपने उत्पादों और नवाचारों का प्रदर्शन करेंगे।
इनमें से 57 एफपीओ स्टॉल एनसीडीसी परिसर, हौजखास, नई दिल्ली में प्रदर्शित किए जाएंगे, जिनमें कृषि और मूल्यवर्धित उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की जाएगी। प्रदर्शनी में अनाज, दालें, बाजरा, मसाले, तिलहन, फल, सब्जियां, शहद, चाय, कॉफी, डेयरी और जैविक उत्पादों के साथ अचार, जैम, गुड़, हर्बल और प्राकृतिक उत्पाद, मेवे और पारंपरिक खाद्य पदार्थ प्रदर्शित किए जाएंगे।
यह प्रदर्शन “एक भारत – एक कृषि” की भावना को रेखांकित करता है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे विभिन्न क्षेत्रों के एफपीओ एक लचीली और बाजार संचालित कृषि-अर्थव्यवस्था बनाने के लिए एकजुट हो रहे हैं। एफपीओ समागम 2025 में प्रमुख कृषि विषयों पर तकनीकी सत्रों और पैनल चर्चाओं की एक श्रृंखला भी शामिल होगी, जिनमें शामिल हैं:
इन 10 विषयों पर कृषि विशेषज्ञ करेंगे चर्चा
1. तिलहन उत्पादन एवं मूल्य संवर्धन
2. जल उपयोग दक्षता एवं स्थायी सिंचाई पद्धतियाँ (सुश्री अर्चना वर्मा, सहायक सचिव एवं प्रबंध निदेशक, एनडब्ल्यूएम द्वारा)
3. प्राकृतिक खेती एवं इसके बाज़ार अवसर (एनएमएनएफ द्वारा आयोजित)
4. कृषि अवसंरचना कोष (एआईएफ) – ऋण तक पहुँच एवं अवसंरचना विकास
5. शहद उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग और विपणन (एनबीबी के साथ)
6. डिजिटल कॉमर्स प्लेटफॉर्म और बाज़ार पहुँच (फ्लिपकार्ट द्वारा सत्र)
7. उर्वरक और कीटनाशक प्रबंधन (एचआईएल द्वारा सत्र)
8. एगमार्क प्रमाणन प्रक्रिया और लाभ (डीएमआई द्वारा सत्र)
9. बीज उत्पादन, पैकेजिंग और विपणन (एनएससी द्वारा सत्र)
10. व्यावसायिक संबंधों और साझेदारी के लिए क्रेता-विक्रेता संपर्क
इन चर्चाओं के अलावा, इस कार्यक्रम में उच्च प्रदर्शन करने वाले एफपीओ, सीबीबीओ और कार्यान्वयन एजेंसियों को किसान संघटन, व्यावसायिक प्रदर्शन और डिजिटल सक्षमता में उनकी उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया जाएगा। एक समर्पित क्रेता-विक्रेता बैठक किसानों, कृषि-उद्योगों और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के बीच सीधे बाजार संपर्क को भी सुगम बनाएगी, जिससे ग्रामीण उद्यमियों के लिए नए अवसर पैदा होंगे।
राष्ट्रीय एफपीओ समागम 2025 किसान उद्यमिता का जश्न मनाने और इस बात पर प्रकाश डालने के लिए एक ऐतिहासिक मंच के रूप में खड़ा है कि कैसे सामूहिक प्रयास ग्रामीण परिवर्तन, डिजिटल समावेशन और दीर्घकालिक कृषि व्यवसाय विकास को गति दे रहे हैं – जो भारत की कृषि अर्थव्यवस्था में किसानों को उत्पादक, प्रदाता और भागीदार के रूप में सशक्त बनाने की सरकार की कल्पना की पुष्टि करता है।
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