पिछले 3 वर्षों में भारत के तिलहन उत्पादन में 5.63 मिलियन टन की वृद्धि हुई
9 अप्रैल 2022, नई दिल्ली । पिछले 3 वर्षों में भारत के तिलहन उत्पादन में 5.63 मिलियन टन की वृद्धि हुई – देश में तिलहन का उत्पादन पिछले तीन वर्षों के दौरान 2018-19 में 31.52 मिलियन टन से बढ़कर 2021-22 में 37.15 मिलियन टन हो गया है (दूसरा अग्रिम अनुमान, अर्थशास्त्र और सांख्यिकी निदेशालय)। पिछले तीन वर्षों और चालू वर्ष के दौरान तिलहन के उत्पादन का विवरण निम्नानुसार है:
वर्ष | उत्पादन (मिलियन टन) |
2018-19 | 31.52 |
2019-20 | 33.22 |
2020-21 | 35.95 |
2021-22* | 37.15 |
* दूसरा अग्रिम अनुमान, अर्थशास्त्र और सांख्यिकी निदेशालय।
आर्थिक और सांख्यिकी निदेशालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, सोयाबीन का अनुमानित उत्पादन 2020-21 के दौरान 12.61 मिलियन टन के उत्पादन की तुलना में 2021-22 के दौरान 13.12 मिलियन टन है।
सरकार देश में तिलहन के उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए 2018-19 से एक केंद्र प्रायोजित योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन- तिलहन और तेल पाम (एनएफएसएम-ओएस एंड ओपी) लागू कर रही है। अब सरकार ने 2021-22 में ऑयल पाम के लिए एक अलग मिशन अर्थात् खाद्य तेलों पर राष्ट्रीय मिशन (ऑयल पाम) – एनएमईओ (ओपी) शुरू किया है।
एनएफएसएम-तिलहन और एनएमईओ (ओपी) दोनों को देश में तिलहन और तेल पाम के उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाकर और आयात बोझ को कम करने के उद्देश्य से खाद्य तेलों की उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से लागू किया जा रहा है।