भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने 7 वर्षों के दौरान 1,656 नई किस्में विकसित की
कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का वार्षिक सम्मेलन
29 सितम्बर 2021, नई दिल्ली । भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने 7 वर्षों के दौरान 1,656 नई किस्में विकसित की – देशभर के कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के वार्षिक सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य में एनएएसी परिसर, नई दिल्ली में हुआ। इस मौके पर वर्चुअल जुड़े श्री तोमर ने कहा कि कृषि शिक्षा का बहुविषयक, बहुआयामी व व्यापक होना देश की प्रगति के लिए अति आवश्यक है। श्री तोमर ने कृषि शिक्षा प्राप्त करने वालों से आग्रह किया कि वे शिक्षा एवं अनुसंधान के साथ-साथ खेती की ओर प्रवृत होकर कृषि-क्षेत्र के विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने विश्वविद्यालयों की प्रगति व सफलता में कुलपतियों के अनुभव, उनके योगदान की सराहना की।
केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने पिछले 7 वर्षों के दौरान 1,656 नई फसल-किस्में ईजाद की है, जिसका प्रतिफल पूरे देश को मिल रहा है। उन्होंने आईसीएआर द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों, उन्नत बीज, उर्वरक, कीटनाशकों आदि का जिक्र करते हुए कहा कि देश के किसान निश्चित तौर पर इससे लाभान्वित हो रहे हैं।
इस दौरान आईसीएआर के प्रकाशनों के विमोचन के साथ ही चार श्रेणियों में पुरस्कार का वितरण किया गया। इस मौके पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी तथा सुश्री शोभा करंदलाजे, आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र व सचिव श्री संजय गर्ग भी उपस्थित थे। उप महानिदेशक (शिक्षा) डॉ. आर.सी. अग्रवाल ने कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान के क्षेत्र में आईसीएआर तथा कृषि विश्वविद्यालयों के अभूतपूर्व योगदान और उपलब्धियों को रेखांकित किया।