National News (राष्ट्रीय कृषि समाचार)

इन 26 जिलों में कर सकते हैं अफीम की खेती

Share

30 अक्टूबर 2020, नई दिल्ली। इन 26 जिलों में कर सकते हैं अफीम की खेती केन्द्र सरकार के वित्त मंत्रालय (राजस्व विभाग) ने अफीम फसल वर्ष 2020-21 के दौरान उन क्षेत्रों को अधिसूचित किया है जहां पोस्त की खेती की जा सकती है। 26 अक्टूबर 2020 को जारी अधिसूचना के मुताबिक अफीम फसल वर्ष 2020-21 में मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के 26 जिलों में पोस्त की खेती की अनुमति दी है। अफीम फसल वर्ष 1 अक्टूबर से शुरू होकर 30 सितम्बर को समाप्त होती है। सरकार द्वारा कुछ नए क्षेत्रों एवं संस्थानों में अफीम के प्रायोगिक उद्देश्य के लिए भी अफीम खेती की मंजूरी दी गई है। अधिसूचना के अनुसार चिन्हांकित जिले और उनकी तहसीलें इस प्रकार हैं।

महत्वपूर्ण खबर : दलहनी फसलों के उत्पादन हेतु किसानों को जागरूक किया

राज्यजिलातहसीलें
मध्यप्रदेशमंदसौरमंदसौर, दलोदा, सीतामऊ, सुवासरा, मल्हारगढ़, शामगढ़, गरोठ, भानुपुरा तथा के.एन.के. कॉलेज ऑफ हार्टिकल्चर मंदसौर (प्रायोगिक प्रयोजन के लिए)।
नीमचनीमच, जावद, मनासा, जीरन, सिंगोली तथा रामपुरा।
रतलामरतलाम, सैलाना, जावरा, आलोट, पिपलोदा तथा ताल।
आगर-मालवाबड़ोद।
उज्जैनमहिदपुर, खांचरोद, नागदा।
झाबुआपेटलावद। 
राजगढ़ जीरापुर।
शाजापुरसुसनेर
राजस्थानकोटारामगंज मंडी, संगौड़, लाड़पुरा, कनवास।
बारांबारां, छबड़ा, छिपाबड़ौद तथा अटरू।
झालावाड़झालरापाटन, खानपुर, अकलेरा, मनोहर थाना, पिड़ावा, पचपाहर, गंगधार, असनावर, सुनेल, डग, रायपुर तथा बकानी।
चित्तौडग़ढ़चित्तौडग़ढ़, भदेसर, डुंगला, बेंगू, रावतभाटा, निम्बाहेड़ा, बड़ी सादड़ी, गंगरा, कपासन, राशमी तथा भूपाल सागर।
प्रतापगढ़छोटी सादड़ी, प्रतापगढ़, अरनोद, घरियाबाद, पिपलखुंट।
उदयपुरवल्लभनगर, भिंडर, कानोड, मावली, लसाडिय़ा, उदयपुर तथा राजस्थान कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर उदयपुर (प्रायोगिक प्रयोजन के लिए)।
भीलवाड़ामांडलगढ़, कोटड़ी, बिजोलिया और जहाजपुर।
उत्तरप्रदेशबाराबंकीनवाबगंज, रामनगर, फतेहपुर, रामसनेही घाट, हैदरगढ़, सिरौली, गौसपुर।
लखनऊमोहनलालगंज, राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ (प्रायोगिक प्रयोजन के लिए) तथा सेन्ट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमेटिक प्लांट (प्रायोगिक प्रयोजन के लिए)।
शाहजहांपुरकंत (तहसील सदर), जलालाबाद, कलान और तिल्हाड़।
बदायूंबिसोली, बदायूं, दातागंज, बिलसी।
बरेलीबरेली, मीरगंज, आंवला और फरीदपुर।
गाजीपुरजमानिया।
मऊघोसी एवं मधुबन।
रायबरेलीकुमहरावान एवं महाराजगंज।
उत्तराखंडऊधमसिंह नगरसीएसआईआर सीमेष, पंत नगर, तहसील किच्छा (प्रायोगिक प्रयोजन के लिए)।
देहरादूनविकासनगर (प्रायोगिक प्रयोजन के लिए)।
Share
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *