IMD का बड़ा अपडेट: देश के पूर्वी हिस्सों में मूसलाधार बारिश की संभावना, ओडिशा-आंध्र तटों पर अलर्ट
22 सितम्बर 2025, नई दिल्ली: IMD का बड़ा अपडेट: देश के पूर्वी हिस्सों में मूसलाधार बारिश की संभावना, ओडिशा-आंध्र तटों पर अलर्ट – भारत के विभिन्न हिस्सों में अगले कुछ दिनों में कई क्षेत्रों में मौसम की विशेष गतिविधियाँ होने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक निचला दबाव क्षेत्र बनना शुरू हो गया है, जो 25 और 26 सितंबर के बीच और मजबूत होकर एक डिप्रेशन में बदल सकता है। यह डिप्रेशन 27 सितंबर तक ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों को पार कर सकता है।
इस वजह से पूर्वी और मध्य भारत में तूफानी हवाओं के साथ बारिश जारी रहने का अनुमान है, जबकि उत्तर पूर्वी राज्यों में भी हल्की से मध्यम बारिश की स्थिति बनी रहेगी। दक्षिणी और पश्चिमी भारत में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के साथ तेज हवाओं का खतरा है। दिल्ली-एनसीआर में हालांकि आसमान मुख्य रूप से साफ रहेगा, लेकिन तापमान सामान्य से थोड़ा ऊपर बना रहेगा।
मौसम परिस्थिति
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, कल उत्तरी अंडमान सागर और म्यांमार के ऊपर ऊपरी हवा में चक्रवातीय प्रणाली बनी हुई है, जो मध्य वायुमंडलीय स्तर तक फैली हुई है। इसके प्रभाव से अगले 24 घंटे में उत्तरी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
25 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य हिस्से में फिर से एक कम दबाव क्षेत्र बनेगा, जो पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की दिशा में बढ़ते हुए 26 सितंबर तक ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों के पास डिप्रेशन में बदल सकता है। यह डिप्रेशन 27 सितंबर तक तटों को पार कर सकता है।
यह प्रणाली म्यांमार और दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश के तटों से शुरू होकर बंगाल की खाड़ी के ऊपर से होते हुए दक्षिण-पूर्वी आंध्र प्रदेश के तटों तक जाएगी। इसके अलावा, बिहार, असम और आसपास के इलाकों में भी ऊपरी हवा में चक्रवातीय गतिविधि बनी हुई है। पश्चिमी हवाओं में भी एक उच्च दबाव क्षेत्र समुद्र तल से करीब 5.8 किलोमीटर ऊपर है। इन सबके कारण इन क्षेत्रों में मौसम काफी सक्रिय रहने की संभावना है।
पूर्वोत्तर भारत में बारिश और तूफानी गतिविधि
उत्तर पूर्वी भारत में ऊपरी हवा के चक्रवाती परिवर्तन के कारण हल्की से मध्यम बारिश और तूफानी स्थिति बनी हुई है। 21 से 24 सितंबर तक असम और मेघालय में कई जगहों पर बारिश होगी। 21-23 सितंबर और 27 सितंबर को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का खतरा है। अगले 3-4 दिन तक इन क्षेत्रों में भारी बारिश जारी रह सकती है, जिससे नदियों में जलस्तर बढ़ने और बाढ़ की संभावना है।
दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में सक्रिय बारिश
दक्षिणी भारत में भी कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और तूफानी गतिविधि जारी रहेगी। तेलंगाना में 21, 22, 26 और 27 सितंबर को बारिश। उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में 21-23 और 26-27 सितंबर को बारिश।
रायलसीमा में 21, 26 और 27 सितंबर को बारिश। तटीय कर्नाटक में 26-27 सितंबर को बारिश। केरल और माहे में 22, 26 और 27 सितंबर को बारिश। तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में 21 और 24-27 सितंबर को भारी बारिश की संभावना। इन इलाकों में अगले 5 दिन तक 30-40 किमी प्रति घंटा की तेज सतही हवाएं चलेंगी, जो मछुआरों और तटीय निवासियों के लिए सतर्कता का संकेत है।
पश्चिमी भारत में बारिश का हल्का दौर
पश्चिमी भारत में बारिश कम है, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। मध्य महाराष्ट्र में अगले 7 दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश (24 सितंबर को छोड़कर)। 22 और 25-27 सितंबर को कोंकण और गोवा में बारिश। 22-23 सितंबर को मराठवाड़ा और गुजरात में तूफान के साथ बारिश।
दिल्ली-एनसीआर का मौसम पूर्वानुमान
दिल्ली-एनसीआर में मौसम शुष्क और साफ रहेगा। 21 सितंबर को अधिकतम 34-36 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम सामान्य से थोड़ा अधिक। दोपहर में उत्तर-पश्चिम दिशा से 15-20 किमी प्रति घंटा की हवाएं चलेंगी। शाम को हवाएं धीमी होकर दक्षिण-पश्चिम से 12 किमी प्रति घंटा से कम हो जाएंगी।
22 सितंबर को भी साफ आसमान, अधिकतम 34-36 और न्यूनतम 24-26 डिग्री के बीच रहेगा। सुबह हल्की हवाएं चलेंगी, दोपहर में बढ़ेंगी और शाम को धीमी हो जाएंगी। 23 और 24 सितंबर को भी साफ आसमान रहेगा, तापमान सामान्य रहेगा। सुबह से दोपहर तक हवाएं 10-25 किमी प्रति घंटा के बीच चलेंगी और शाम को धीमी हो जाएंगी। कुल मिलाकर दिल्ली में धूप खिली रहेगी लेकिन हल्की गर्मी बनी रहेगी।
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