केवीके देवास ने सरसों फसल पर प्रक्षेत्र दिवस आयोजित किया
12 जनवरी 2023, देवास: केवीके देवास ने सरसों फसल पर प्रक्षेत्र दिवस आयोजित किया – बुधवार को ग्राम-डकाच्या, विकासखण्ड सोनकच्छ में कृषि विज्ञान केन्द्र, देवास द्वारा सरसों प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें डकाच्या गांव के लगभग 40 कृषकों ने भाग लिया तथा डकाच्या के कृषक श्री करण यादव के प्रक्षेत्र पर लगी सरसों की उन्नत किस्म गिरिराज के प्रदर्शन का अवलोकन किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र, देवास द्वारा फसल विवधिकरण अंतर्गत ग्राम डकाच्या, पोलाय जागीर एवं गुनई में सरसों फसल के प्रदर्शन लगाये गये थे।
आरम्भ में केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. ए.के.बड़ाया ने सरसों प्रक्षेत्र दिवस की महत्ता बताते हुए फसल विवधिकरण, जैविक खेती आदि के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि देवास जिले में अधिकांश क्षेत्र में रबी के मौसम में चना एवं गेहूं की बौनी की जाती है। हमें फसल विवधिकरण करते हुए सरसों, कुसुम, अलसी इत्यादि का भी समावेश करना चाहिए।बता दें कि केन्द्र के शस्य वैज्ञानिक डॉ. महेन्द्र सिंह द्वारा गांव में सरसों की किस्म गिरिराज के प्रदर्शन दिये गये थे। उनके द्वारा इस किस्म के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही सरसों की उत्पादन तकनीक के बारे में भी कृषकों को सामयिक सलाह दी गई। उन्होंने बताया कि सरसों की फसल में कम लागत से अधिक आय कमाने की प्रबल संभावना है। खेती को लाभदायक बनाने के लिए खेती के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों का समावेश, खेती से जुड़े हुए व्यवसाय, मूल्य संवर्धन एवं खेती की लागत को कम करने के लिए विभिन्न उपायों पर भी उन्होंने चर्चा की।
केन्द्र के उद्यानिकी वैज्ञानिक डॉ. निशिथ गुप्ता द्वारा कृषकों को प्याज एवं लहसुन फसल की उन्नत उत्पादन तकनीक बताते हुए फसल में उर्वरक प्रबंधन, कीट प्रबंधन आदि पर विस्तृत चर्चा की। साथ ही उन्होंने किसानों को टिकाऊ खेती के लिए उद्यानिकी फसलों की महत्ता बताई केन्द्र की प्रसार वैज्ञानिक डॉ. नीरजा पटैल ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए नवीन तकनीकियों के प्रचार प्रसार हेतु सूचना संचार प्रौद्योगिकी का अधिकाधिक प्रयोग करने के बारे में बताया। कार्यक्रम में कृषकों ने आगामी वर्षों में सरसों फसल लगाने के लिए काफी उत्सुकता जाहिर की, क्योंकि इस फसल से कम लागत में ज्यादा मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है।
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