राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)कम्पनी समाचार (Industry News)

डॉ. स्टैनफोर्ड बने इक्रीसेट के नए उप महानिदेशक-अनुसंधान

25 जनवरी 2024, नई दिल्ली: डॉ. स्टैनफोर्ड बने इक्रीसेट के नए उप महानिदेशक-अनुसंधान – इक्रीसेट (ICRISAT) ने अपने नए उप महानिदेशक-अनुसंधान के रूप में डॉ. स्टैनफोर्ड ब्लेड की नियुक्ति की घोषणा की। डॉ. ब्लेड आधिकारिक तौर पर 1 अप्रैल 2024 को इक्रीसेट में उप महानिदेशक-अनुसंधान के रूप में अपना पद  ग्रहण करेंगे।

इक्रीसेट में शामिल होने से पहले डॉ. ब्लेड ने कनाडा के अल्बर्टा विश्वविद्यालय में कृषि जीवन और पर्यावरण विज्ञान संकाय (एएलईएस) के डीन के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल एग्रीकल्चर (आईआईटीए) के लिए उप महानिदेशक-अनुसंधान और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा समर्थित नैरोबी स्थित एजेंसी अफ्रीकी कृषि प्रौद्योगिकी फाउंडेशन के न्यासी बोर्ड के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया है।

Advertisement
Advertisement

इक्रीसेट के महानिदेशक डॉ. जैकलीन डी’एरोस ह्यूजेस ने आधिकारिक तौर पर डॉ. स्टैनफोर्ड ब्लेड की नियुक्ति की घोषणा  की हैं।

इस अवसर पर डॉ जैकलीन ने कहा “हमें डॉ. स्टैनफोर्ड ब्लेड के उप महानिदेशक-अनुसंधान के रूप में संगठन में शामिल होने पर खुशी है।  शिक्षा जगत और अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान संस्थानों दोनों में उनका अनुभव निस्संदेह अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में किसानों के सामने आने वाली जटिल चुनौतियों से निपटने के लिए इक्रीसेट की क्षमता को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि हम प्रभावशाली और टिकाऊ कृषि अनुसंधान को आगे बढ़ाने में उनके नेतृत्व की आशा करते हैं।”

Advertisement8
Advertisement

डॉ. ब्लेड ने आईआईटीए में आयोजित पादप प्रजनन/फसल प्रणाली अनुसंधान के लिए मैकगिल विश्वविद्यालय से पीएचडी की है। कृषि के क्षेत्र में उनकी वैश्विक पहचान 2018 में रेखांकित हुई जब उन्हें रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ एग्रीकल्चर एंड फॉरेस्ट्री का इंटरनेशनल फेलो नामित किया गया।

Advertisement8
Advertisement

इस दौरान डॉ. ब्लेड ने कहा कि मुझे इक्रीसेट में शामिल होने और छोटे किसानों के लाभ के लिए कृषि अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध समर्पित पेशेवरों की एक टीम के साथ काम करने पर सम्मानित महसूस हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मैं खाद्य सुरक्षा बढ़ाने, आजीविका में सुधार और अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में प्राकृतिक संसाधनों को बनाए रखने के संस्थान के मिशन में योगदान देने के लिए तत्पर हूं।

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्राम)

Advertisements
Advertisement5
Advertisement