Industry News (कम्पनी समाचार)

नैनो यूरिया के उपयोग से कृषि एवं पर्यावरण को फायदा

Share

24 जून 2022, जयपुर । नैनो यूरिया के उपयोग से कृषि एवं पर्यावरण को फायदा प्रमुख शासन सचिव, सहकारिता श्रीमती श्रेया गुहा ने कहा कि किसान कृषि कार्यों में यूरिया के स्थान पर नैनो यूरिया का इस्तेमाल करें। नैनो यूरिया उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी बहुत उपयोगी है। सहकारी समितियां सहकार जन के माध्यम से नैनो यूरिया के इस्तेमाल एवं इससे होने वाले फायदों के बारे में किसानों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि कृषि एवं सहकारिता विभाग को नैनो यूरिया की जानकारी पहुंचाने के लिए जिला एवं ब्लॉक लेवल पर सम्मेलन करने चाहिए।

श्रीमती गुहा सहकार भवन में आयोजित राज्य स्तरीय सहकार सम्मेलन को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया किसानों के हित का नया उत्पाद है। जिसका फायदा किसानों के साथ-साथ सहकारी समितियों को भी होगा।

कार्यक्रम के अध्यक्ष इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा कि अगले वर्ष नैनो डीएपी को भी किसानों के हित में उपयोग के लिए लाया जाएगा। भारत सरकार ने इफको के नैनो यूरिया को स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि यूरिया का उपयोग कृषि के साथ वातावरण को भी नुकसान पहुंचाता है। राजस्थान में पानी की कमी को देखते हुए नैनो यूरिया का उपयोग अच्छे परिणाम दे रहा है।

कब और कैसे करे नैनो यूरिया का उपयोग

रजिस्ट्रार सहकारिता श्री मुक्तानंद अग्रवाल ने कहा कि किसानों को रासायनिक उर्वरकों के स्थान पर जैव उर्वरक का उपयोग करना चाहिए। नैनो यूरिया सुगम तरीके से खेती के कार्यो में अपनाया जा सकता है। इसमें नैनो यूरिया के साथ आने वाले समय में नैनो तकनीक का कृषि कार्य में उपयोग बढ़ेगा। श्री अग्रवाल ने कहा कि सहकारिता 7 हजार से अधिक ग्राम सेवा सहकारी समितियों एवं 250 केवीएसएस के माध्यम से उर्वरकों, खाद, बीज एवं विपणन का कार्य करती है। आम किसान तक पहुंच बढ़ाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत पर नई जीएसएस बनाई जा रही है। अल्पकालीन फसली ऋण का लक्ष्य  दो वर्षों में 16 हजार करोड़ से बढ़ाकर 20 हजार करोड़ रूपये किया गया है। एग्रो प्रोसेसिंग यूनिट पर ऋण एवं अनुदान देकर सहकारी समितियों के व्यवसाय को बढ़ाया जा रहा है। 400 से अधिक जीएसएस एवं केवीएसएस पर कस्टम हायरिंग सेन्टर की स्थापना की गई है। कार्यक्रम में प्रबंध निदेशक राजफैड श्रीमती उर्मिला राजोरिया, राजफैड के पूर्व अध्यक्ष श्री मांगीलाल डागा, इफको के क्षेत्रीय निदेशक श्री किशन सिंह सहित विभिन्न सहकारी समितियों के अध्यक्ष, व्यवस्थापक उपस्थित थे। केन्द्रीय सहकारी बैंक अजमेर के अध्यक्ष श्री मदन मोहन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

महत्वपूर्ण खबर: कृषि तकनीकी स्टार्टअप्स की एक नई लहर

Share
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *