उद्यानिकी (Horticulture)

मसूर को माहू से बचाएं

पन्ना। ज.ने.कृ.वि.वि. कृषि विज्ञान केन्द्र, पन्ना द्वारा गत दिनों क्लस्टर अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन मसूर पर एक दिवस का ग्राम तारा विकासखण्ड-पन्ना में आयोजन किया गया। कार्यक्रम मे डॉ. बी.एस. किरार, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, डॉ. आर.के. जायसवाल, डॉ. आर.के. सिंह, वैज्ञानिक एवं केदारनाथ दुबे (महामंत्री) भारतीय किसान संघ महाकौशल प्रांत, जुगल किशोर द्विवेदी (जिला अध्यक्ष), भारतीय किसान संघ महाकौशल प्रांत, श्री दुर्ग, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, रामकुमार कुशवाहा (पूर्व सरपंच), रविन्द्र कुशवाहा, विजय कुमार विदुआ एवं अन्य 45 किसान उपस्थित रहे। ग्राम तारा के 20 कृषकों ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन अंतर्गत क्लस्टर अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन मसूर का कार्यक्रम लिया गया। जिसमें कृषकों को मसूर की उन्नत किस्म आई.वी.एल.-316 (अवधि 115, उपज 18-20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है) जैव उर्वरक राइजोबियम, पी.एस.बी. एवं जैव फफूंद ट्राइकोडर्मा एवं स्यूडोमोनास अनुसंशानुसार प्रदाय किये गये। कृषक दिवस कार्यक्रम के दौरान वैज्ञानिकों ने मसूर के प्रमुख कीट माहू से हानि, लक्षण एवं नियंत्रण के बारे में जानकारी दी। जिससे पौधे की वृद्धि रूक जाती है। नियंत्रण हेतु डायमिथिएट 40 मिली. दवा 200 ली. पानी मे घोल बनाकर छिड़कें इसके अलावा मसूर में हेयरी कैटरपिलर, फली छेदक कीट के नियंत्रण हेतु क्लोरोपायरीफॉस 20 ई.सी. या ट्राइजोफॉस 40 ई.सी. 350 से 400 मि.ली. दवा 200 लीटर पानी मे घोल बनाकर छिड़काव करें।

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