फसल की खेती (Crop Cultivation)उद्यानिकी (Horticulture)

प्याज की खेती को प्रोत्साहन देने के लिए कई योजनाएं 

27 सितम्बर 2024, भोपाल: प्याज की खेती को प्रोत्साहन देने के लिए कई योजनाएं – उत्तर प्रदेश सरकार ने प्याज की खेती को बढ़ावा देने और किसानों की आय को बढ़ाने के उद्देश्य से कई योजनाएं शुरू की हैं। हाल के वर्षों में प्याज की कीमतों में उतार-चढ़ाव ने किसानों को असमंजस में डाल दिया था, परंतु अब स्थिति बदल रही है। प्याज के दामों में वृद्धि और सरकार की नई योजनाएं किसानों के लिए अच्छे अवसर ला रही हैं। 

प्याज की बढ़ती कीमतों ने किसानों को फायदा पहुंचाया है। हाल ही में, सरकार ने निर्यात शुल्क में कमी की है, जिससे प्याज की कीमत 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। यह फैसला प्याज के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है, जिससे किसान अपनी उपज को विदेशों में भी अच्छे दामों पर बेच सकें।

कई प्रकार की सहायता और सब्सिडी देने की घोषणा

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्याज की खेती के लिए किसानों को कई प्रकार की सहायता और सब्सिडी देने की घोषणा की है। यह योजना छोटे और बड़े दोनों किसानों के लिए फायदेमंद हो सकती है। प्याज की खेती से केवल 70 दिनों में फसल तैयार हो जाती है, जिससे किसानों को जल्दी लाभ मिलने की संभावना है।

सरकार प्याज के उत्पादन को 27% तक बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इस वर्ष, प्रदेश में प्याज की खेती के लिए 3,61,000 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा, किसानों को उन्नत किस्म के बीज मुफ्त में दिए जा रहे हैं, जिससे उत्पादन बढ़ेगा और बाजार में प्याज की उपलब्धता बेहतर होगी।

कैसे उठाएं योजना का लाभ  

किसानों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र या जिला उद्यान विभाग से संपर्क करना होगा। इसके लिए किसानों को अपनी खतौनी, बैंक पासबुक, आधार कार्ड और दो फोटो जमा करने होंगे। सही प्रजाति की प्याज की खेती पर किसानों को सब्सिडी और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि प्याज की खेती के जरिए किसानों की आय दोगुनी की जा सके। सब्सिडी, उन्नत बीज और तकनीकी जानकारी से किसानों को बेहतर उत्पादन मिल सकता है। इस योजना से किसानों को प्याज की बढ़ती मांग का फायदा उठाकर अच्छा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements