बुढ़ापे की चिंता खत्म! अब किसानों को हर महीने मिलेगा ₹3000 का पेंशन लाभ, जानिए आवेदन की शर्तें
19 जुलाई 2025, नई दिल्ली: बुढ़ापे की चिंता खत्म! अब किसानों को हर महीने मिलेगा ₹3000 का पेंशन लाभ, जानिए आवेदन की शर्तें – किसानों के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ी सौगात दी है। प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना (PM-KMY) के तहत छोटे और सीमांत किसानों को वृद्धावस्था में ₹3000 की मासिक पेंशन का लाभ मिलेगा। इस योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक सुरक्षा देना है ताकि 60 वर्ष की आयु के बाद उनके जीवन में किसी तरह की आर्थिक परेशानी न हो।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
1. इस योजना का लाभ 18 से 40 वर्ष की आयु वाले छोटे और सीमांत किसान ले सकते हैं।
2. ऐसे किसान जिनके पास 2 हेक्टेयर या उससे कम भूमि है, वे इस योजना के लिए पात्र हैं।
क्या मिलेगा लाभ?
60 साल की आयु पूरी होने पर किसानों को हर महीने ₹3000 पेंशन मिलेगी। यह राशि सीधे उनके बैंक खाते में डीबीटी के जरिए भेजी जाएगी।
कितनी देनी होगी मासिक राशि?
किसान की उम्र के हिसाब से ₹55 से ₹200 प्रति माह का अंशदान जमा करना होगा। जैसे यदि कोई किसान 18 वर्ष की उम्र में योजना से जुड़ता है तो उसे केवल ₹55 प्रति माह देना होगा। अंशदान की अधिकतम अवधि 20 साल और अधिकतम उम्र 42 वर्ष तक है।
कैसे करें आवेदन?
– किसान अपने नजदीकी CSC केंद्र (कॉमन सर्विस सेंटर) में जाकर पंजीकरण कर सकते हैं।
– पंजीकरण के लिए आधार कार्ड और बैंक खाते की जानकारी देना जरूरी है।
– पंजीकरण के बाद एक पेंशन कार्ड भी जारी किया जाता है।
योजना के फायदे
– न्यूनतम अंशदान में सुनिश्चित मासिक पेंशन।
– वृद्धावस्था में आर्थिक आत्मनिर्भरता।
– किसी भी वजह से किसान की मृत्यु हो जाने पर पत्नी को पेंशन का आधा हिस्सा मिलेगा।
– किसी कारणवश किसान बीच में योजना छोड़ता है तो जमा की गई राशि ब्याज सहित वापस मिलती है।
ज्यादा जानकारी के लिए
किसान भाई योजना की जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1800-180-1551 (सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक) पर संपर्क कर सकते हैं। साथ ही किसान www.maandhan.in वेबसाइट पर भी जानकारी देख सकते हैं।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: