पशुपालकों के लिए 5 लाख रुपए का पुरस्कार जीतने का सुनहरा मौका
11 सितम्बर 2024, नई दिल्ली: पशुपालकों के लिए 5 लाख रुपए का पुरस्कार जीतने का सुनहरा मौका – दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए डेयरी किसानों, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन और सहकारी एवं दुग्ध उत्पादक कंपनियों के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत को 2 लाख रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक का ‘गोपाल रत्न’ पुरस्कार दिया जाता है।
इसके लिए 15 सितम्बर तक ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। अगर आप पशुपालक है और देसी नस्लों का पालन करते है तो आप भी 5 लाख रुपये का पुरस्कार जीत सकते है। पशुपालन और डेयरी विभाग किसानों को स्थाई आजीविका प्रदान करने के लिए पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। दुग्ध उत्पादक किसानों, डेयरी सहकारी समितियों दुग्ध उत्पादक कंपनी डेयरी किसान उत्पादक संगठन को प्रोत्साहित करने के लिए पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत गोपाल रत्न पुरस्कार 2024 के लिए आवेदन मंगाए गए हैं।
पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस पुरस्कार के लिए वे किसान या पशुपालक भाग ले सकते है, जिनके पास गाय की प्रमाणित स्वदेशी अथवा भैंस की देशी प्रमाणित नस्ल में से किसी एक का पालन कर डेयरी संचालित कर रहा हो।
पशुपालकों को 5 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जायेगा। ये पुरस्कार स्वदेशी दुधारू पशुओं में वैज्ञानिक तरीके से उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने और सहकारी एवं दुग्ध उत्पादक कंपनियों के मध्य प्रतिस्पर्धा भावना पैदा करने के लिए दिया जाता है।
कौन ले सकेंगे राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार का लाभ
1. 53 नस्लों के मवेशियों और 620 नस्लों के भैंसों में से किसी भी मान्यता प्राप्त देशी नस्ल का पालन करने वाले किसान पुरस्कार के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे।
2. सहकारी समिति/दूध उत्पादक कंपनी (एमपीसी)/किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) जो डेयरी गतिविधियों में संलग्न है और ग्राम स्तर पर स्थापित है तथा सहकारी समिति अधिनियम/कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत है, जो प्रतिदिन कम से कम 100 लीटर दूध एकत्र करता है।
गैर-एनईआर राज्यों के लिए कम से कम 50 किसान/दूध उत्पादक सदस्य हैं और एनईआर राज्यों में 20 लीटर दूध एकत्र करता है तथा 20 किसान सदस्य हैं, वे आवेदन करने के लिए पात्र हैं।
3. राज्य/संघ राज्य क्षेत्र पशुधन विकास बोर्ड/राज्य/दुग्ध संघ/एनजीओ और अन्य निजी संगठनों के एआई तकनीशियन जिन्होंने न्यूनतम 90 दिनों का एआई प्रशिक्षण लिया है, वे पुरस्कार के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे। चूंकि यह पुरस्कार कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) के लिए है, इसलिए पशु चिकित्सक इस पुरस्कार के लिए पात्र नहीं हैं।
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