स्टेम फ्लाई कीट से बर्बाद हो सकती है सोयाबीन की फसल, समय रहते करें ये 5 काम
18 अगस्त 2025, नई दिल्ली: स्टेम फ्लाई कीट से बर्बाद हो सकती है सोयाबीन की फसल, समय रहते करें ये 5 काम – कृषि विभाग की सलाह के मुताबिक, इन दिनों सोयाबीन की फसल पर स्टेम फ्लाई कीट का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिससे किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है। यह कीट खासकर पौधों के अंकुरण के 10 से 30 दिनों के भीतर हमला करता है और तनों के भीतर सुरंग बनाकर पौधे की वृद्धि को रोक देता है। समय पर पहचान और उचित नियंत्रण न किया जाए तो फसल पूरी तरह से नष्ट हो सकती है।
स्टेम फ्लाई कीट का काम करने का तरीका
स्टेम फ्लाई की मादा कीट अंडे पौधे की तने की ऊपरी परत में देती है। इसके लार्वा तने के अंदर घुसकर सुरंग बनाते हैं और वहीं पर विकसित होते हैं। इससे पौधे को पोषण नहीं मिल पाता, पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं, और धीरे-धीरे पौधा मुरझाकर सूख जाता है।
स्टेम फ्लाई की पहचान कैसे करें?
– पौधे की ऊपरी त्वचा के नीचे सफेद सुरंग नजर आती है।
-तने को छीलने पर अंदर लार्वा दिखाई देता है।
-पत्तियां पीली होकर गिरने लगती हैं।
-संक्रमित पौधे की वृद्धि रुक जाती है या वह पूरी तरह सूख सकता है।
कृषि विभाग की सलाह: स्टेम फ्लाई से बचाव के लिए करें ये 5 काम
1. समय पर बुवाई करें – बहुत जल्दी या देर से बुवाई करने से स्टेम फ्लाई का खतरा बढ़ जाता है। कृषि वैज्ञानिकों की सलाह है कि बुवाई का सही समय चुनें ताकि पौधे की प्रारंभिक अवस्था में कीट का प्रकोप कम हो।
2. प्रमाणित और उपचारित बीजों का उपयोग करें – बीजों की बुवाई से पहले थायोमेथोक्साम 30% FS (10 मिली/किलोग्राम बीज) से बीजोपचार जरूर करें। इससे शुरुआती अवस्था में कीट का असर कम होता है।
3. नियमित निगरानी रखें – बुवाई के बाद पहले 15 से 30 दिन तक फसल की रोजाना जांच करें। अगर कहीं भी पीली पत्तियां, मुरझाना या तने में सुरंग दिखाई दे, तो तुरंत कार्रवाई करें।
4. रासायनिक छिड़काव करें – प्रकोप की स्थिति में इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL या फ्लोनिकैमिड जैसे कीटनाशकों का छिड़काव करें। छिड़काव सुबह या शाम के समय करना अधिक प्रभावी रहता है।
5. जैविक नियंत्रण अपनाएं – कम प्रकोप की स्थिति में थ्रिप्सन या डेमजेन्टि प्रपानउ जैसे जैविक कीटनाशकों (5 ग्राम/लीटर पानी) का उपयोग किया जा सकता है, जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित हैं।
किसानों के लिए अतिरिक्त सुझाव
1. एक ही खेत में हर साल लगातार सोयाबीन की खेती न करें, फसल चक्र अपनाएं।
2. सामूहिक स्तर पर कीटनाशकों का छिड़काव करने से कीट नियंत्रण अधिक प्रभावी होता है।
3. किसी भी रसायन का उपयोग करने से पहले लेबल पर दिए गए निर्देशों को अच्छी तरह पढ़ें।
4. कीट की पुष्टि होने पर तुरंत कृषि विज्ञान केंद्र या स्थानीय कृषि अधिकारी से संपर्क करें।
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