आधुनिक कृषि तकनीक से मिर्च के किसान ने कमाए 1 करोड़ 18 लाख रु.
आधुनिक कृषि तकनीक से मिर्च के किसान ने कमाए 1 करोड़ 18 लाख रु. – मध्य प्रदेश की खरगोन कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने गत दिवस कसरावद तहसील का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने वायरस और बारिश से प्रभावित किसानों की मिर्च, सोयाबीन और कपास की फसलों का अवलोकन किया। भ्रमण के समय निमगुल के उन्नतशील किसान सत्यम शुक्ला के खेत पर बने शेड नेट हाउस पहुंची और वहां लगी फसल के बारे में विस्तार से जानकारी ली। वहां मौजूद किसान सत्यम ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सब्जी उत्पादन में किसानों को हुए नुकसान की भरपाई नही की जा सकती है। वर्तमान हालातों को देखते हुए ऐसी फसल का निर्णय लिया, जो की लंबे समय की हो और मुनाफा भी अच्छा दे। निमाड़ के उन्नत किसान ने बताया लाभ का धंधा कैसे बनती है खेती निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कसरावद रोड के लोहारी गाँव के किसान शंकर पाटीदार के खेत में लगी मिर्च फसल का अवलोकन किया।
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शंकर पाटीदार ने मिर्च में वायरस और फ़र्टिगेशन द्वारा फसलों को पानी और उर्वरक सप्लाई की तकनीक बताई । कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने पूछा कि पिछले वर्ष मिर्च की फसल से कितना मुनाफा हुआ तथा इस वर्ष की क्या स्थिति रहेगी। किसान ने बताया कि गत वर्ष 1 करोड़ 18 लाख रुपए का मुनाफा सिर्फ मिर्च की फसल से हुआ है। वहीं इस वर्ष मिर्च की फसल से मुनाफे की उम्मीद नही की जा रही है। किसान शंकर ने खेत पर बने जल संयंत्र का भी अवलोकन कराया और संचालन की तकनीक से भी कलेक्टर को रूबरू कराया। इंडिकेटर प्लांट से पता चल जाता है वायरस अटैक निरीक्षण के दौरान शंकर पाटीदार के खेत मे लगें गेंदा फूलो को देखते हुए कलेक्टर ने पूछा कि बीच बीच मे ये फूल क्यो लगाए है। किसान ने बताया कि किसी मुख्य फसल पर कोई वायरस अटैक होता है, तो ये इंडिकेटर प्लांट समय पूर्व बता देते है। उसी के अनुरूप मुख्य फसल पर कीटनाशकों का छिड़काव किया जाता है। किसान की इस सूझबूझ से कलेक्टर काफी प्रभावित हुई और कहां प्रगतिशील किसान हर चीज सोच समझकर करता है। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर श्री एमएल कनेल, कसरावद एसडीएम संघप्रिय, कृषि उप संचालक एमएल चौहान, उद्यानिकी उप संचालक केके गिरवाल, जनपद सीईओ मोहन वास्कले एवं नायब तहसीलदार राहुल सोलंकी उपस्थित रहे।