किसानों की सफलता की कहानी (Farmer Success Story)

मूंग से रिकॉर्ड उत्पादन लिया आशीष लोधी ने

कामयाब किसान की कहानी

  • रजनीश दुबे, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी,
    शहपुरा, जबलपुर

29 जून 2021, जबलपुर ।  मूंग से  रिकॉर्ड उत्पादन लिया आशीष लोधी ने – इस सफलता की कहानी में त्रिवेणी योगदान है- किसान के श्रम का, कृषि की उन्नत तकनीक का, सरकार की कृषक हितैषी योजनाओं का। श्री आशीष टीकम सिंह लोधी, ग्राम सुनाचर, विकासखंड शाहपुरा जिला जबलपुर के एक प्रगतिशील कृषक हैं जो कि एक वर्ष में तीन फसल पैदा करते हैं। अपने श्रम व उन्नत कृषि तकनीक की सहायता से यह अच्छा उत्पादन लेने के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी प्राप्त कर रहे हैं।

आशीष लोधी जी ने कृषि विभाग की ग्रीष्मकालीन मूंग क्लस्टर योजना में 1 हेक्टेयर के प्रदर्शन प्लाट में उन्नत किस्म का बीज, साथ ही उत्कृष्ट गुणवत्ता की आदान सामग्री भी डाली।

स्वयं की डिजिटल स्वाईल टेस्ट मशीन

श्री आशीष एक शिक्षित कृषक हैं और उन्होंने अपनी स्वयं की डिजिटल स्वाईल टेस्ट मशीन भी स्थापित कर रखी है जिससे वे अपनी अपने परिवार की व ग्राम के अन्य किसान भाइयों की खेत की मिट्टी परीक्षण करते हुए खेती करते हैं। मिट्टी परीक्षण की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने उर्वरकों का उपयोग किया साथ ही जैविक खाद का भी प्रयोग अपनी भूमि में किया। गेहूं की फसल काटने के बाद उन्होंने नरवाई को जलाया नहीं अपितु उसके ऊपर वेस्ट डी-कंपोजर का छिड़काव किया व नरवाई को खेत में ही मिला दिया जिससे वह जैविक खाद के रूप में मिट्टी में मिल गई।

श्री लोधी ने कृषि विभाग से प्राप्त मूंग प्रदर्शन की निर्धारित मात्रा की बोनी तो की साथ ही अपने अन्य खेत में भी उन्नत किस्मों की बोनी की, बौने के पूर्व बीज उपचार किया एवं जीवाणु खाद अर्थात् कल्चर का भी प्रयोग किया। इस तरीके से उन्हें प्रति एकड़ पर्याप्त पौध संख्या प्राप्त हुई एवं सभी पौधे स्वस्थ रहे।

संतुलित उर्वरक का उपयोग करते हुए किसान ने फसल के ऊपर पौध वर्धक हारमोंस का छिड़काव किया साथ ही कीट व्याधि होने की स्थिति में समुचित कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करते हुए फसल की सुरक्षित बढ़वार सुनिश्चित की। गर्मियों की फसलों में सिंचाई अधिक लगती है अत: कृषक ने समय-समय पर सिंचाई की जो कि चार से पांच बार निर्धारित समय पर की गई।

ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल 55 से 65 दिन में पक जाती है अत: किसान ने फलियों की परिपक्व अवस्था होते ही फसल की कटाई की एवं सुरक्षित तरीके से गहाई भी की। इस तरह से कृषक श्री आशीष लोधी ने प्रति एकड़ 7 क्विंटल मूंग का उत्पादन प्राप्त किया। उन्नत किस्में का उत्पादन करने के बाद कृषक ने यह बीज अन्य किसानों को भी उपलब्ध कराया एवं शेष उपज को सुरक्षित तरीके से भंडारित करके रखा गया है। मध्यप्रदेश शासन मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी कर रही है जिसमें किसान मूंग विक्रय करके अधिकतम मूल्य प्राप्त करने का मन बनाए हुए हैं।

श्री आशीष टीकम सिंह लोधी जी का यह कृषि उत्पादन कार्यक्रम देखकर अन्य कृषक भी प्रभावित हुए हैं एवं उनकी तकनीक ग्रहण कर अपना उत्पादन भी बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। अपने उत्पादन में वृद्धि के लिए कृषक ने मध्यप्रदेश व केंद्र शासन की कृषक हितैषी योजनाओं का लाभ लिया एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।

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