Editorial (संपादकीय)

भारतीय कृषि में कैशलेस लेनदेन

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कृषि व्यवसाय में लेन देन – को बढ़ावा देने के लिए 23 नवंबर 2016 को कृषि और किसान कल्याण मंत्री ने विभिन्न विभागों ओर संबद्व संगठनों को नकद रहित लेन-देन के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और उनके व्यवसाय के साथ विभिन्न ई-पेंमेंट गेटवे को लिंक करने के लिए केन्द्र सरकार ने निर्देशित किया। नतीजन 25 नवंबर 2016 को  कृषि और किसान कल्याण मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और संबद्व संगठनों के प्रतिनिधियों जैसे इफको, नाबार्ड आदि ने देश ने देश भर में ई-बैंकिंग में जागरूकता कार्यक्रमों, प्रशिक्षण और बुनियादी ढांचे के विकास करने का फैसला लिया।

कैशलेस लेनदेन की जानकारी मुझे या आपको पता होगी लेकिन भारत में आज भी बहुत सारे किसान और अन्य ग्रामीण ऐसे हैं जिनको इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है जैसे कि कैशलेस लेन-देन होता क्या है, यह कार्य कैसे करता है। सरकार जो जनता से बार-बार अपील कर रही है कि कैशलेस खरीदारी करे, ऑनलाइन भुगतान सेवा का उपयोग करें और नकद रहित लेनदेन करें।

कैशलेस- ट्रांजेक्शन/लेनदेन करने के तरीके या कैशलेस लेन-देन कैसे करें ?

आप किसी माध्यम से कैशलेस लेनदेन करना चाहते हैं। इसके लिए आपको यह पता होना चाहिए कि हम कैशलेस लेनदेन किस-किस तरीके से कर सकते हैं।

कैशलेस लेन-देन के प्रकार:

डेबिट, क्रेडिट या ट्रैवल कॉर्ड – ये हर जगह काम आते हैं जब भी आपको पैसे की जरूरत पड़ती है तो आप किसी भी समय एटीएम मशीन पर जाकर कैश निकाल सकते हैं। लेकिन इसे आप शापिंग और ऑनलाईन पेमेंट करने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। 

यूएसएसडी- अनस्ट्रक्चर अनुपूरक सेवा डेट:- ये सेवा उन लोगों के लिए है जिनके पास इंटरनेट या स्मार्ट फोन की सुविधा नहीं है। अगर आपके पास स्मॉर्टफोन नहीं है तो आप यूएसएसडी मनी ट्रांसफर आपके लिए उचित कैशलेस लेनेदन सर्विस होगी। 

एईपीएस – आधार सक्षम भुगतान प्रणाली:- कैशलेस सिस्टम का प्रयोग जनता अधिक से अधिक करें, इसके लिए सरकार ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली शुरू की है। अब आपका आधार कार्ड ही आपके एटीएम की जगह ले सकता है। एईपीएस प्रयोग करने के लिए आपको अपना आधार कार्ड बैंक से जोडऩा होगा। इस माध्यम से आप कैशलेस निकाली,  कैश जमा करना, खाते की स्थिति एवं आधार से आधार मनी ट्रांसफर कर सकते हैं

यूपीआई – एकीकृत भुगतान इंटरफेस:- यूपीआई एक ई-वैलेट ऐप है जिसको भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) पर एनपीसीआई ने मिलकर बनाया है। इस एप्लीकेशन को इंस्टॉल करके स्मॉर्ट फोन से पैसे का लेनदेन कर सकते हैं। यूपीआई ऐप से पैसे ट्रांसफर करने के लिए बैंक आईएफएससी कोड की जरूरत नहीं पड़ती। 

मोबाईल वॉलेट्स:- इसको किसी भी स्मार्ट फोन में चलाया जा सकता है। इसको ई-वॉलेट कहते हैं, मोबाईल वॉलेटस में नेट बैंकिग, डेबिट कार्ड या क्रेडिट कॉर्ड से धन जमा होता हैं इसके बाद हम पैसे का ट्रॉसफर शापिंग, ऑनलाईन खरीदारी या बिना कैश लेस लेनदेन किया जा सकता है।  आज विभिन्न प्रकार के अलग-अलग कम्पनियों की ओर सरकार के वॉलेटस ऐप मौजूद हैं। जिनके माध्यम से आप इनकी सेवाएं ले सकते हैं।

कैशलेस लेनदेन के लिए भारतीय मोबाईल वॉलेट ऐप्स पेटीएम, ऑक्सीजन, फ्रीचॉर्ज, मोबीक्विक एसबीआईबडी

इंटरनेट बैंकिंग:- नेट बैंकिग अर्थात् राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सभी बैंकों खाताधारकों के लिए उपलब्ध हैं ये सेवा आपको आपके बैंक से ही मिलेगी। इससे आप घर बैठे एक लाख रूपये तक का फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। यह सेवा पूर्णरूप से सुरक्षित होने के साथ साथ डेस्कटॉप और मोबाईल ऐप में मिलेगी। नेट बैंकिग में ई वॉलेट के साथ एनईएफटी, आईएमपीएस या क्विम मन ट्रांसफर जैसे अतिरिक्त सेवा भी जुड़ी हुई हैं।

कैशलेस लेन-देन क्या है ?कैशलेस लेन-देन एक ई-भुगतान (ई-वॉलेट) सेवा है। जिससे हम आनॅलाइन भुगतान, मनी ट्रांसफर, शापिंग, बिल पे और अपना डीटीएच मोबाईल रिचार्ज कर सकते हैं। कैशलेस ट्रांजेक्शन में आप बैंक में जाये बिना ही अपने खाते से किसी दूसरे व्यक्ति के खाते में पैसे भेज सकते हैं या फिर किसी से पैसा ले भी सकते हैं। 
  • अनिल कुमार मलिक
  • सुनील कुमार    

   विस्तार शिक्षा  (ह. कृ. वि हिसार)

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