फसल की खेती (Crop Cultivation)कम्पनी समाचार (Industry News)

अयाका से करें फसलों में इल्लियों की समस्या का समाधान

05 जुलाई 2025, इंदौर: अयाका से करें फसलों में इल्लियों की समस्या का समाधान – देश की प्रसिद्ध कम्पनी जेयू  एग्री  साइंसेज़ प्रा. लि. ने अपना पहला आधुनिक पेटेंटेड उत्पाद अयाका बाजार में उपलब्ध करवाया है। अयाका नयी तकनीक पर आधारित कीटनाशक है, जो फसलों को इल्लियों के प्रकोप से सुरक्षा करता है। अयाका के प्रयोग से मिलने वाले आश्चर्यजनक परिणामों को देखते हुए यह किसानों की पहली पसंद बन गया है।

श्री पंकज कुमार शर्मा

तीन कॉन्बिनेशन  वाला प्रोडक्ट – कंपनी के मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव श्री पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि अयाका नवीन अनुसन्धान पर आधारित तीन कॉन्बिनेशन प्रोडक्ट है और इसके कॉन्बिनेशन आपस में मिलकर सिनर्जिस्टिक  प्रभाव के कारण चार-गुना असर दिखाते हैं। अयाका  की अनोखी तकनीक इसे अन्य उत्पादों से अलग और अधिक असरदार बनाती है। अयाका स्पर्शजन्य और पेट के जहर के माध्यम से इल्ली कीटों में प्रवेश करता है और एक से अधिक तरीकों से इल्लियों के नर्वस सिस्टम पर अटैक करता है।  इन्हीं  विशेषताओं के कारण, अयाका के  प्रयोग से इल्लियों पर प्रभावशाली नियंत्रण मिलता है। साथ ही अयाका में है क्विक-एक्शन फॉर्मूला, जिससे प्रयोग के 24 -48 घंटों में असर दिखना शुरू हो जाता है। अयाका इल्लियों के जीवन चक्र को बाधित कर देता है, जिससे लंबे समय तक  इल्लियों  पर नियंत्रण मिलता है। किसानों के लिए अपनी फसल को सुरक्षित रखने और अधिक से अधिक उत्पादन पाने के लिए अयाका निश्चित रूप से मददगार साबित हो रहा है।

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प्रयोग का तरीका – अयाका का प्रयोग छिड़काव/स्प्रे के माध्यम से किया जा सकता है।अयाका का प्रयोग 300 मि.ली प्रति एकड़ की अनुशंसित  मात्रा में 200 लीटर पानी के घोल में मिलाकर किया जाना चाहिए। लम्बे असर के लिए फसल में इल्ली कीटों की शुरुआती अवस्था दिखने पर अयाका का प्रयोग करना चाहिए । अयाका का प्रयोग धान की फसल में पत्ता लपेट और तना छेदक इल्ली के लिए किया जा सकता है।

किसान का अनुभव – जेयू के अयाका का इस्तेमाल करने पर फसल की सभी प्रकार की  इल्लियां  मर जाती  हैं  और फसल भी दमदार रहती है। यह कहना है गांव  समनापुर , तहसील बनखेड़ी, जिला नर्मदापुरम, के एक अग्रणी कृषक अनुराग दुबे का। श्री दुबे  के अनुसार ; मेरे पास 26 एकड़ जमीन है। मैंने पिछले साल 18 एकड़ में मूंग व 8 एकड़ में बैंगन लगाया था । मैंने बैंगन की फसल में इल्लियों की समस्या को देखते हुए जेयू के अयाका इस्तेमाल किया, जिसका परिणाम बहुत बेहतरीन मिला। जिसके बाद मैने मूंग में भी अयाका का इस्तेमाल किया और जैसा परिणाम मैं चाहता था मुझे वैसा ही मिला। अयाका के उपयोग से इल्लियों पर लम्बा नियंत्रण तो मिला ही, साथ ही साथ फसल में हरापन भी बना रहा। अच्छे परिणाम देखने के बाद मैंने तय कर लिया है कि आगामी फसलों में भी इल्लियों की रोकथाम के लिए मैं अयाका का इस्तेमाल करूँगा। किसान श्री अनुराग दुबे  अपने अनुभव के आधार पर अन्य  किसानों  को भी जेयू के गुणवत्तायुक्त उत्पादों के उपयोग की सलाह देते हैं। अयाका के बारे में अनुभव जानने के लिए किसान  उनके मो.: 93406- 33178 पर संपर्क कर सकते हैं।

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