हर्ष ब्रांड के प्याज बीज, किसानों को दे खुशियां
16 जून 2022, इंदौर । हर्ष ब्रांड के प्याज बीज, किसानों को दे खुशियां – देश की प्रसिद्ध बीज कम्पनी आरएसआर सीड्स कार्पोरेशन के पास हर्ष ब्रांड के नाम से प्याज बीजों की विस्तृत श्रृंखला है। जिनसे किसानों को भरपूर उत्पादन मिलता है। यही कारण है कि किसान इन्हीं किस्मों को पसंद करते हैं। इस खरीफ सत्र में कम्पनी द्वारा किसानों के लिए लक्की ड्रॉ कूपन के माध्यम से उपहार योजना रखी गई है,जिसका किसान भाई लाभ उठा सकते हैं।
कम्पनी के एसपीडीए विश्वम पंड्या इंटरप्राइजेस, इंदौर के श्री नितेश पंड्या ने कृषक जगत को बताया कि आरएसआर सीड्स कार्पोरेशन, औरंगाबाद, प्याज बीज की प्रतिष्ठित कम्पनी है, जिसके चैयरमैन श्री एम. के. पंवार और एमडी श्री आरएस राठौड़ हैं। प्याज बीज के लिए इसका हर्ष ब्रांड लोकप्रिय है। इस वर्ष खरीफ हेतु प्याज बीज की उपलब्ध किस्में हैं-हर्ष नासिक लाल (एन-53 ),हर्ष एएफडीआर,हर्ष फुले समर्थ, हर्ष भीमा सुपर और हर्ष डार्क रेड (चाइना रेड)। इनमें से हर्ष फुले समर्थ गहरा लाल, डबल पत्ती वाला प्याज है, जो बल्व के आकार का है। यह नर्सरी के ट्रांसप्लांट से 90-95 दिन में पकने वाली किस्म है। जबकि हर्ष भीमा सुपर का रंग गहरा गुलाबी लाल होता है। इसके गुणधर्म हर्ष नासिक लाल के समान है, वहीं हर्ष डार्क रेड (चाइना रेड) गहरा चमकीला लाल होता है। यह भी डबल पत्ती वाला होकर मध्यम आकार का होता है। यह नर्सरी के ट्रांसप्लांट 80-85 दिन में पकने वाली किस्म है। इन सभी का बीज उन्नत किस्म का होने से अंकुरण का प्रतिशत अधिक होता है। गुणवत्तायुक्त इन बीजों की मात्रा नर्सरी में ढाई किलो तक और अधिकतम 3-4 किलो/एकड़ लगती है। जबकि अन्य बीजों की मात्रा 6-8 किलो/एकड़ लगती है।
श्री पंड्या ने बताया कि इस वर्ष कम्पनी द्वारा किसानों के लिए हर्ष ब्रांड के बीज खरीदी पर लक्की ड्रॉ कूपन के माध्यम से उपहार योजना लागू की गई है, जिसमें रिचार्जेबल टॉर्च, ट्रॉली बैग,साइकिल, इलेक्ट्रिक चूल्हा, सोलर सिगड़ी, लेपटॉप बैग, लेपटॉप और इलेक्ट्रिक स्कूटी के अलावा अन्य आकर्षक उपहार रखे गए हैं। किसान द्वारा हर्ष ब्रांड का कोई भी किस्म का बीज नजदीकी दुकानदार से खरीदने पर पैकेट के अंदर पाउच में एक कूपन निकलेगा। कूपन पर जो उपहार होगा वह किसान को जरूर मिलेगा। किसान को उस कूपन पर अपनी पूरी जानकारी लिखकर कूपन की फोटो हेल्प सेंटर नंबर 9294506699 पर भेजना जरूरी है। उसके बाद संबंधित किसान को उपहार कैसे मिलेगा इसकी जानकारी दी जाएगी।