Kharif MSP 2025: इस साल किन खरीफ फसलों को मिला सबसे ज्यादा एमएसपी?
02 जून 2025, नई दिल्ली: Kharif MSP 2025: इस साल किन खरीफ फसलों को मिला सबसे ज्यादा एमएसपी? – खरीफ विपणन सीजन 2025-26 के लिए केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है। कुल 14 खरीफ फसलों के एमएसपी संशोधित किए गए हैं, जिनमें कुछ फसलों को पिछले साल के मुकाबले सबसे ज्यादा बढ़ा हुआ दाम मिला है।
यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) की बैठक में लिया गया।
किसे मिला सबसे ज्यादा बढ़ा हुआ एमएसपी?
इस बार सबसे ज्यादा बढ़ोतरी रामतिल के एमएसपी में हुई है — ₹820 प्रति क्विंटल की बढ़त के साथ इसका नया एमएसपी ₹9537 तय किया गया है। इसके बाद रागी को ₹596 की बढ़ोतरी मिली है और अब इसका समर्थन मूल्य ₹4886 प्रति क्विंटल हो गया है।
तीसरे स्थान पर कपास (मीडियम स्टेपल) रहा, जिसे ₹589 की बढ़त मिली है। इसके अलावा तिल को ₹579 की बढ़ोतरी के साथ ₹9846 प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य मिला है।
फसल | 2013-14 | 2020-21 | 2021-22 | 2022-23 | 2023-24 | 2024-25 | 2025-26 | लागत KMS 2025-26 | लागत पर मार्जिन (%) |
धान, सामान्य | 1310 | 1868 | 1940 | 2040 | 2183 | 2300 | 2369 | 1579 | 50 |
ग्रेड ए | 1345 | 1888 | 1960 | 2060 | 2203 | 2320 | 2389 | ||
ज्वार हाइब्रिड | 1500 | 2620 | 2738 | 2970 | 3180 | 3371 | 3699 | 2466 | 50 |
ज्वार मालदंडी | 1520 | 2640 | 2758 | 2990 | 3225 | 3421 | 3749 | ||
बाजरा | 1250 | 2150 | 2250 | 2350 | 2500 | 2625 | 2775 | 1703 | 63 |
रागी | 1500 | 3295 | 3377 | 3578 | 3846 | 4290 | 4886 | 3257 | 50 |
मक्का | 1310 | 1850 | 1870 | 1962 | 2090 | 2225 | 2400 | 1508 | 59 |
अरहर | 4300 | 6000 | 6300 | 6600 | 7000 | 7550 | 8000 | 5038 | 59 |
मूंग | 4500 | 7196 | 7275 | 7755 | 8558 | 8682 | 8768 | 5845 | 50 |
उड़द | 4300 | 6000 | 6300 | 6600 | 6950 | 7400 | 7800 | 5114 | 53 |
मूंगफली | 4000 | 5275 | 5550 | 5850 | 6377 | 6783 | 7263 | 4842 | 50 |
सूरजमुखी | 3700 | 5885 | 6015 | 6400 | 6760 | 7280 | 7721 | 5174 | 50 |
सोयाबीन | 2560 | 3880 | 3950 | 4300 | 4600 | 4892 | 5328 | 3552 | 50 |
तिल | 4500 | 6855 | 7307 | 7830 | 8635 | 9267 | 9846 | 6564 | 50 |
रामतिल | 3500 | 6695 | 6930 | 7287 | 7734 | 8717 | 9537 | 6358 | 50 |
कपास मीडियम | 3700 | 5515 | 5726 | 6080 | 6620 | 7121 | 7710 | 5140 | 50 |
लांग स्टेपल | 4000 | 5825 | 6025 | 6380 | 7020 | 7521 | 8110 |
लागत के अनुपात में कहां मिला सबसे ज्यादा मुनाफा?
MSP की गणना इस बार भी 2018-19 के बजट में तय फॉर्मूले के आधार पर की गई है, यानी किसानों को उनकी उत्पादन लागत से कम से कम 50% अधिक MSP देना। रिपोर्ट के मुताबिक, बाजरा के मामले में यह लाभ 63% तक पहुंच गया, जबकि मक्का और अरहर में यह 59% रहा। बाकी अधिकांश फसलों में लाभ मार्जिन 50% के आसपास है।
एमएसपी में बढ़ोतरी का मतलब यह है कि सरकार किसानों को फसल बेचने के लिए एक न्यूनतम गारंटीकृत मूल्य देगी।
विपणन वर्ष 2025-26 के लिए घोषित एमएसपी से यह तो साफ है कि सरकार तिलहन, दाल और पोषक अनाजों को प्राथमिकता में रख रही है। लेकिन इन फसलों की खरीदी और विपणन व्यवस्था कितनी मजबूत होती है, इसका असर इनकी खेती और किसानों की आमदनी पर तय होगा।
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