सोयाबीन में चने की इल्ली का प्रकोप: फसल बचाने के सबसे कारगर उपाय
02 अगस्त 2024, भोपाल: सोयाबीन में चने की इल्ली का प्रकोप: फसल बचाने के सबसे कारगर उपाय – मध्य भारत में लगातार बारिश और बूंदाबांदी हो रही है, जिसके कारण सोयाबीन की फसल पर चने की इल्ली का खतरा बढ़ गया है। इन परिस्थितियों को देखते हुए, भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने किसानों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सलाह जारी की है, जो फसल की सुरक्षा और उत्पादन बढ़ाने में सहायक होंगी।
चने की इल्ली (ग्राम पॉड बोरर) का प्रकोप
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मध्य भारत में चने की इल्ली (ग्राम पॉड बोरर) का प्रकोप देखा गया है। इसके नियंत्रण के लिए निम्नलिखित कीटनाशकों में से किसी एक का छिड़काव करें:
- इंडोक्साकार्ब 15.80% EC: 333 मिली/हेक्टेयर
- एमामेक्टिन बेंजोएट 01.90% EC: 425 मिली/हेक्टेयर
- ब्रोफ्लानिलाइड 300 g/l SC: 42-62 ग्राम/हेक्टेयर
- फ्लूबेंडियमाइड 39.35% w/w SC: 150 मिली/हेक्टेयर
- नोवालूरॉन 05.25% + इंडोक्साकार्ब 04.50% SC: 825-875 मिली/हेक्टेयर
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